झारखंड: फूलो झानो आशीर्वाद योजना से महिलाओं को मिल रहा सम्मानजनक जीवन
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार दारू-हड़िया के कारोबार में लगी महिलाओं के कल्याण के लिए फूलो झानो आशीर्वाद योजना चला रही है। इस योजना ने हजारों महिलाओं को जीवन बेहतर करने में सहायता पहुंचाई है।
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार जनता की गरीबी दूर करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार मिशन मोड में जुटी हुई है। इसके लिए वह अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। इन्हीं कल्याणकारी योजनाओं में से एक है- फूलो झानो आशीर्वाद योजना। गणतंत्र दिवस के मौके पर दुमका में आयोजित कार्यक्रम में फिर से मुख्यमंत्री ने इस योजना का जिक्र किया है और बताया कि उनकी सरकार कैसे लोगों की आवश्यकताओं और अपेक्षाओं को पूरा करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा है कि सरकार की हर योजना अपने आप में खास है। फूलो झानो आशीर्वाद योजना जैसी पहल से सरकार महिलाओं का सशक्तिकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही है।
फूलो
झानो
आशीर्वाद
योजना
फूलो
झानो
आशीर्वाद
योजना
झारखंड
सरकार
की
बहुत
ही
महत्वाकांक्षी
योजना
है।
इस
योजना
के
तहत
हड़िया
और
दारू
की
बिक्री
या
उन्हें
बनाने
के
काम
में
जुटी
महिलाओं
को
उनकी
मजबूरी
खत्म
करके
व्यसाय
के
अन्य
बेहतर
विकल्प
से
जोड़ना
है।
26
जनवरी
को
दुमका
में
सीएम
सोरेन
ने
कहा
है
कि,
'हरा
राशन
कार्ड,
बिरसा
हरित
ग्राम
योजना,
वीर
शहीद
पोटो
हो
खेल
विकास
योजना,
फूलो
झानो
आशीर्वाद
योजना,
मुख्यमंत्री
रोजगार
सृजन
योजना,
सोना-सोबरन
धोती-साड़ी
वितरण
योजना,
स्कॉलरशिप
स्कीम
और
सर्वजन
पेंशन
योजनाओं
को
गरीबों,
आदिवासियों,
दलित
और
अल्पसंख्यकों
के
उत्थान
के
लिए
शुरू
की
गई
है।'
फूलो
झानो
आशीर्वाद
योजना
का
उद्देश्य
जो
महिलाएं
राज्य
में
मजबूरन
दारू-हड़िया
के
निर्माण
या
बिक्री
के
काम
में
लगी
हुई
हैं,
उन्हें
इस
योजना
के
माध्यम
से
वैकल्पिक
रोजगार
उपलब्ध
करवाना
है।
इसमें
महिलाओं
की
इच्छा
का
भी
भरपूर
ख्याल
रखा
जाता
है।
वे
चाहें
तो
उन्हें
आवश्यक
परामर्श
भी
उपलब्ध
करवाया
जाता
है।
बिना
ब्याज
के
लोन
फूलो
झानो
आशीर्वाद
योजना
के
तहत
पहचान
की
गई
महिलाओं
को
नई
आजीविका
शुरू
करने
के
लिए
10
हजार
रुपए
लोन
देने
का
प्रावधान
है।
इसपर
किसी
तरह
का
ब्याज
नहीं
लिया
जाता
है।
यही
नहीं
सखी
मंडल
के
माध्यम
से
सामान्य
शर्तों
पर
लोन
की
अतिरिक्त
राशि
भी
उपलब्ध
करवाई
जाती
है।
तकनीकी
सहायता
भी
उपलब्ध
इस
योजनाओं
के
तहत
महिलाओं
को
प्राथमिकता
के
आधार
पर
चुनकर
उन्हें
महिला
समूह
या
सखी
मंडल
का
सदस्य
बनाया
जाता
है।
वैकल्पिक
रोजगार
के
लिए
स्वरोजगार
शुरू
करने
में
तकनीकी
मदद
भी
उपलब्ध
करवाई
जाती
है।
महिलाएं
कौन
सी
आजीविका
का
चयन
कर
रही
हैं,
इसपर
विशेषज्ञों
के
माध्यम
से
नजर
रखा
जाता
है।
राज्य सरकार की वेबसाइट के मुताबिक फूलो झानो आशीर्वाद योजना का लाभ उठाकर 20,000 से ज्यादा महिलाएं सम्मानजनक जीवन जीने लगी हैं। राज्य की जो महिलाएं इस योजना का लाभ उठाना चाहती हैं, वे अपने पंचायत के मुखिया या ग्राम प्रधान या फिर सखी मंडल से संपर्क कर सकती हैं।