JHARKHAND: पूर्व सिंहभूम में अज्ञात बीमारी से 500 बकरियों की मौत, मचा हड़कंप
पूर्वी सिंहभूम। एक तरफ देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले के घोड़ाबांधा गांव में एक अज्ञात बीमारी से 500 से अधिक बकरियों की मौत हो गई है। बता दें कि यह इलाका नक्सल प्रभावित है और पटमदा प्रखंड के जोड़सा पंचायत के अंतर्गत आता है। सैकड़ों बकरियां अब भी बीमारी से ग्रसित हैं। गांव वालों ने कुछ बीमार बकरियों या खस्सी को 200 रुपये की दर से व्यापारियों को बेच दिया है। एक महीने से यह बीमारी फैली हुई है।
गांव के स्थानीय निवासी बानेश्वर सिंह ने बताया कि गांव में करीब 95 परिवार है और लगभग सभी घरों में बकरियां पाली जाती हैं। उनके घर में सबसे अधिक 60 बकरियां थीं। एक महीने के दौरान बकरियों के शरीर और मुंह में बने घाव से अबतक 45 बकरियों की मौत हो चुकी है और बाकी 15 बकरियों में बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं।
बीमारी का प्रकोप सबसे पहले ऊपरपाड़ा के झरिलाल महतो और चैतन महतो के घर में रखी बकरियों से शुरू हुआ। चैतन महतो ने बताया कि उनके घर में 10 बकरियां थीं, जिसमें 3 खस्सी थें। 5 बकरियों की मौत हो चुकी है। जबकि 2 खस्सी को 200 रुपये की दर से व्यापारी को बेच दिया। जबकि तीन बीमार हैं।
वहीं झरिलाल महतो की 15 में से केवल 2 बकरी बची हुई हैं। कुछ बकरियों को उन्होंने बेच दिया तो 8 की मौत हो गई। वहीं सुरेंद्र महतो की 25 बकरियों में से एक भी नहीं बची हैं। मकर सिंह की 6 बकरियां मर चुकी हैं। करूणा सिंह की 12 बकरियों में से 4 की मौत हुई है और 8 बीमार हैं।
वहीं भवतारण सिंह की 10 में से दो बकरियां मर गईं और 8 बच गईं हैं। गांव वालों ने बताया कि यहां घर के बगल से ही जंगल होने के चलते प्रत्येक परिवार के लोग कम से कम 8-10 बकरी पालते हैं। बताया जा रहा है कि चेचक के चलते बकरियों की मौत हो रही है।