जम्मू अटैक: ड्रोन के सीमा पार जाने की आशंका, DGP का दावा- हमले में लश्कर का हाथ
जम्मू, 2 जुलाई: पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन पहले भारतीय रक्षा ठिकानों पर आत्मघाती हमला करते थे, लेकिन हाल ही में जम्मू स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर दो ब्लास्ट हुए। जिसमें नया पैटर्न देखने को मिला, जहां पर आतंकियों ने खुद घुसने की बजाए ड्रोन से पेलोड गिराया। इस घटना के बाद से सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़े हुए हैं, क्योंकि ड्रोन से हमले का भारत में ये पहला मामला है। अब जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी इस हमले को लेकर नया खुलासा किया है।
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डीजीपी के मुताबिक जांच के दौरान पता चला कि ड्रोन हमले के बाद सीमा पार चले गए या फिर वो सीमा के पास ही कहीं हैं। इससे साफ होता है कि इस घटना में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था, क्योंकि उसने पहले भी ऐसी दर्जनों घटनाओं को अंजाम दिया है। जिसमें ड्रोन के जरिए हथियार और आईईडी गिराना शामिल है। डीजीपी ने आगे कहा कि एयरफोर्स स्टेशन पर हमले की रात ही एक आईईडी बरामद हुआ, जो पाकिस्तान से आया था। इसके साथ ही एक शख्स को गिरफ्तार किया गया, जिसके ऊपर उस आईईडी को प्लांट करने का जिम्मा था। ऐसे में इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि लश्कर ग्रुप पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहा है।
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डीजीपी ने कहा कि हमने महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की समीक्षा की है। साथ ही कुछ विशेष उपाय भी किए गए हैं। आने वाले दिनों में सुरक्षा एजेंसियों का पूरा ध्यान रक्षा ठिकानों की सुरक्षा मजबूत करने पर होगा। इसके अलावा उन्होंने पुलवामा मुठभेड़ का भी अपडेट दिया। डीजीपी के मुताबिक इस मुठभेड़ में सेना के एक हवलदार शहीद हुए, जबकि वहां पर चार आतंकियों के फंसे होने की आशंका है।