Rajasthan: दलित छात्र की मौत के बाद गरमाई सियासत, डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस
जयपुर, 16 अगस्त। राजस्थान के जालौर में शिक्षक की पिटाई के बाद दलित छात्र की मौत से प्रदेश की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस को दलित वोट बैंक के खिसकने का खतरा सता रहा है। ऐसे में कांग्रेस पूरी तरह से डैमेज कंट्रोल में उतर गई है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर तमाम नेता हालत काबू करने में जुट गए हैं। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जालौर जा कर पीड़ित परिवार से मिलने का ऐलान कर दिया है। इधर बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर गहलोत सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है। भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जालौर रवाना हो गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए कमीशन की टीम गठित करने की मांग की है। प्रदेश में जालौर की घटना को लेकर सियासत शुरू हो गई है। नेताओं का पीड़ित परिवार के पास सांत्वना देने के लिए जालौर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। भीलवाड़ा के आसींद में दलित संगठन ने सोमवार को प्रदर्शन कर बाजार बंद करा दिए। स्थानीय व्यापारियों के विरोध करने पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस मामले को लेकर बारां जिले के अटरू से कांग्रेस के विधायक पानाचंद मेघवाल विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा दे चुके हैं।
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नेताओं के जालौर पहुंचने का सिलसिला शुरू
जालौर में दलित छात्र की पिटाई से मौत के बाद प्रदेश में बवाल हो गया। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख रुपए की सहायता राशि देने का फैसला किया है। दलित समाज और पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री के इस फैसले से संतुष्ट नहीं है। अपनी मांग को लेकर पीड़ित परिवार ने दलित छात्र का शव उठाने से इंकार कर दिया था। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। स्थानीय प्रशासन ने समझाइश कर छात्र का अंतिम संस्कार करवाया। अब पीड़ित परिवार के पास नेताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने छात्र की मौत पर गहरा दुख जताया है। वही पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे। राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी मंगलवार को जालौर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिलेंगे। दलित वोट बैंक खिसकने की खतरे को लेकर कांग्रेस सतर्क हो गई है और डैमेज कंट्रोल में जुट गई है।
न्याय दिलाने के लिए कमीशन की टीम गठित करने की मांग
जालौर की घटना के बाद भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस घटना को राजस्थान के माथे पर कलंक बताया है पूनिया ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और सांसद किरोड़ी लाल मीणा जालौर की घटना को लेकर गहलोत सरकार पर हमला बोला है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा की कांग्रेस सरकार राजस्थान में दलितों आदिवासियों और उपेक्षित हो की जान व इज्जत-आबरू की सुरक्षा करने में नाकाम है। मायावती ने राजस्थान में सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग भी की है। जालौर की घटना से आहत होकर बारां के अटरू से कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा दे दिया है। मेघवाल ने अपने इस्तीफे में लिखा कि प्रदेश में दलितों और वंचितों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला को पत्र लिखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए कमीशन की टीम भेजने की मांग की है।