गहलोत के मंत्री ने दिव्या मदेरणा के धरने को दिया समर्थन, चिरंजीवी योजना को लेकर यह बोले मंत्री
जयपुर, 13 सितंबर। राजस्थान में प्राइवेट अस्पताल में इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूलने को लेकर धरने पर बैठी कांग्रेस की विधायक दिव्या मदेरणा को गहलोत सरकार के मंत्री सुखराम विश्नोई का समर्थन मिला है। दिव्या मदेरणा जोधपुर के ओसियां से विधायक हैं और सीएम गहलोत के गृह जिले में ही इलाज के नाम पर हो रही धांधली को लेकर धरने पर बैठी हैं। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने दिव्या मदेरणा के विरोध का समर्थन किया है। विश्नोई ने कहा कि अगर ऐसी शिकायत जनता की ओर से हमें भी मिलती है तो हम भी इसी तरह विरोध करते। यह बात निजी अस्पतालों को समझनी चाहिए।
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निजी अस्पतालों की मनमानी, जरूरतमंद वंचित
पीसीसी में जन सुनवाई के बाद मीडिया से बात करते हुए विश्नोई ने कहा कि जब निजी अस्पतालों को राज्य सरकार ने चिरंजीवी योजना से जोड़ा है। इलाज के लिए पैसे भी सरकार दे रही है तो किस आधार पर लोगों को सुविधाओं से वंचित कर रहे हैं। दिव्या ने इसी के चलते धरना दिया है। हालांकि अब सरकार के दखल के बाद उनकी बातों का समाधान हो गया है। राजस्थान में चिरंजीवी बीमा योजना के तहत सरकार मुफ्त इलाज की सुविधा देती है। इस सुविधा को निजी अस्पतालों से भी जोड़ा गया है। लेकिन निजी अस्पतालों की मनमर्जी के चलते जरूरतमंद लोग इस सुविधा से वंचित हो रहे हैं। दिव्या मदेरणा ने इसी बात को लेकर विरोध जताया था। इसके बाद जाकर प्रशासन हरकत में आया।
पुष्कर की घटना के बाद चरम पर पार्टी की गुटबाजी
पीसीसी में वन मंत्री सुखराम बिश्नोई से जब पुष्कर के घटनाक्रम को लेकर सवाल किए गए तो विश्नोई ने पुष्कर की घटना को पूरी तरह से बीजेपी की साजिश करार दिया। पुष्कर में सोमवार को गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थि कलश यात्रा के समारोह में मंत्री अशोक चांदना के विरोध में मंच की ओर जूते चप्पल उछाले गए थे। इस घटना के बाद कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर आ गई। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और मंत्री अशोक चांदना आमने-सामने हो गए। विश्नोई ने इस मामले पर कहा कि चांदना ने सचिन पायलट का नाम क्यों लिया। यह अशोक चांदना ही बता सकते हैं।