Rajasthan में जन आक्रोश रैली के लिए जिला प्रभारी लगाकर सभी गुटों को साधने की कवायद, वसुंधरा कैम्प ने बनाई दूरी
Rajasthan में भाजपा ने जन आक्रोश आंदोलन को लेकर 44 जिला प्रभारियों की सूची जारी की है। इस सूची में भाजपा ने पार्टी के सभी गुटों को साधने की कोशिश की है। भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान आने के साथ ही भाजपा जनाक्रोश आंदोलन के जरिए गहलोत सरकार के खिलाफ मुहिम शुरू करेगी। इसे लेकर जिला प्रभारी लगाए गए हैं। राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान के बीच प्रदेश में केंद्रीय नेतृत्व का दखल बढ़ गया है। इस सूची को लेकर प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा है। सूची में सभी गुटों के नेताओं को शामिल कर पार्टी ने एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है।
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जनाक्रोश आंदोलन से पहले सामने आई पार्टी की खींचतान
राजस्थान में बीजेपी की गुटबाजी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। जनाक्रोश आंदोलन को लेकर हुई कार्यशाला से वसुंधरा राजे के गुट ने दूरी बना ली है। कार्यशाला में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने वसुंधरा कैम पर निशाना भी साधा है। कटारिया ने कहा कि जिनका मन नहीं लग रहा है। वह अपना रास्ता अलग कर ले। सतीश पूनिया ने कहा कि किसी का नाम नहीं आए या मंच पर जगह नहीं मिले तो उससे मनभेद नहीं होना चाहिए। इन नेताओं के बयान को वसुंधरा राजे के कैम्प में की जन आक्रोश रैली से दूरी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि इन नेताओं ने किसी का नाम नहीं लिया। लेकिन उनका इशारा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तरफ माना जा रहा है।
इन नेताओं को बनाया गया जिला प्रभारी
राजस्थान में जनाक्रोश आंदोलन को लेकर चीन नेताओं को जिला प्रभारी लगाया गया है। उनमें बीकानेर शहर माधोराम चौधरी, बीकानेर देहात ओपी महिंद्रा, श्रीगंगानगर सरदार अजय पाल सिंह, हनुमानगढ़ दशरथ सिंह शेखावत, चुरू सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, जयपुर शहर मदन दिलावर, जयपुर दक्षिण गजेंद्र सिंह खींवसर, जयपुर उत्तर मोहनलाल गुप्ता, सीकर राज्यवर्धन सिंह राठौड़, झुंझुनू स्वामी सुमेधानंद, अलवर उत्तर रामलाल शर्मा, अलवर दक्षिण रामस्वरूप कोहली, दौसा घनश्याम तिवारी, भरतपुर मुकेश दाधीच, धौलपुर ज्ञानदेव आहूजा, करौली किरोडी लाल मीणा, सवाई माधोपुर प्रभु लाल सैनी और कन्हैया लाल मीणा, अजमेर शहर अजमेर देहात प्रसन्नाचंद मेहता, टोंक कालीचरण सराफ, नागौर शहर नागौर देहात अरुण चतुर्वेदी, भीलवाड़ा ताराचंद जैन, जोधपुर शहर वासुदेव देवनानी, जोधपुर दक्षिण जोधपुर उत्तर करण सिंह नेतरा, पाली राजेंद्र गहलोत, जालौर प्रताप पुरी महाराज, सिरोही पुष्प जैन, बाड़मेर पीपी चौधरी, बालोतरा घनश्याम डागा, जैसलमेर शैलाराम सारण, उदयपुर शहर उदयपुर देहात हेमराज मीणा, राजसमंद कालू लाल गुर्जर, बांसवाड़ा सूर्या अहारी, डूंगरपुर चुन्नीलाल गरासिया, चित्तौड़गढ़ युधिष्ठिर कुमावत, प्रतापगढ़ धर्मेंद्र राठौड़, कोटा शहर कोटा देहात सीपी जोशी, बारां अजीत मेहता, बूंदी सत्यनारायण चौधरी और झालावाड़ चंद्रकांता मेघवाल शामिल है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर है गुटबाजी
राजस्थान में भाजपा के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान है। प्रदेश में भाजपा में मुख्यमंत्री पद को लेकर अनेक दावेदार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, ओम माथुर, ओम बिरला, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित अनेक नेता मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। ऐसे में पार्टी के भीतर गुटबाजी उभर कर सामने आ जाती है।