Jaipur में नामचीन आर्किटेक्ट के अनूप बरतरिया के ठिकानों पर क्यों हुई ED की कार्रवाई, जानिए पूरा मामला
Rajsthan की राजधानी जयपुर में नामी आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया के कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई की है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से एक विशेष टीम ईडी की कार्रवाई करने के लिए जयपुर आई। इस टीम ने शहर में अलग-अलग ठिकानों पर कार्रवाई की है। अनूप बरतरिया वाटर पार्क ग्रुप से जुड़े हुए हैं। टीम ने उनके गोपालपुरा स्थित आवास पर भी छापेमारी कर पूछताछ और जांच की है। आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया मंत्री शांति धारीवाल के करीबी माने जाते हैं। जयपुर में ईडी की इस कार्रवाई की सियासी गलियारों में चर्चा है। इस कार्रवाई को राजस्थान के सियासी घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है।
बरतरिया के भाई के ठिकानों पर भी हुई कार्रवाई
आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया के साथ ही उनके भाई वीरेंद्र से जुड़े ठिकानों पर भी इन्हीं की टीम की ओर से कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। जानकारी के मुताबिक वित्तीय अनियमितताओं में शिकायत के चलते ही ईडी की ओर से यह कार्रवाई की गई है। हालांकि ईडी ने किस प्रकरण में कार्रवाई की है। इसका खुलासा अभी तक नहीं किया गया है। ईडी की टीम ने अनूप के मकान दफ्तर और अन्य ठिकानों पर लगातार कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान बाहर के किसी भी व्यक्ति को अनूप बरतरिया के आवास व अन्य ठिकानों पर प्रवेश नहीं करने दिया गया।
कोटा के कई प्रोजेक्ट में आर्किटेक्ट हैं बरतरिया
कोटा के नगर विकास न्यास स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे प्रोजेक्ट में अनूप बरतरिया हजारों करोड रुपए के कार्यों के आर्किटेक्ट हैं। चंबल नदी पर बन रहे 1000 करोड़ के हेरिटेज रिवरफ्रंट, 100 करोड़ के कोटा सिटी पार्क ऑक्सीजोन, एरोड्रम सर्किल, सुभाष लाइब्रेरी, गवर्नमेंट कॉलेज बिल्डिंग, अंटाघर चौराहा, गोबरिया बावड़ी, घोड़े वाले बाबा चौराहा, अनंतपुरा इंदिरा गांधी फ्लाईओवर जयपुर गोल्डन एवं मल्टीपरपज पार्किंग की डिजाइन भी अनूप बरतरिया ने ही की है। इसके आलावा अनूप बरतरिया ने जयपुर के कई नामी प्रोजेक्ट पर भी काम किया है।