कोरोना प्रकोप के कारण राजस्थान सरकार निशुल्क देगी गेहूं, खाद्य सामग्री के पैकेट
जयपुर। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बड़े फैसले लिए हैं। 22 मार्च से 31 मार्च तक के लिए प्रदेश में लॉक डाउन किया गया है। इसके अलावा प्रदेशवासियों को इस संकट घड़ी के दौरान जीवन यापन करने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए निशुल्क गेहूं, खाद्य सामग्री के पैकेट व पेंशन के बारे में फैसला लिया गया है।
कोरोना वायरस को लेकर समीक्षा बैठक
सीएम अशोक गहलोत ने शुक्रवार को जयपुर में अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस को लेकर समीक्षा बैठक की, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के इस दौर में लोगों को खाद्य सामग्री को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से जुड़े एक करोड़ से अधिक परिवारों जिनको एक रूपए एवं दो रूपए प्रतिकिलो गेहूं मिलता है, उन्हें मई माह तक गेहूं निःशुल्क दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
पेंशन का वितरण अप्रेल के प्रथम सप्ताह में
गहलोत ने कहा कि कोरोना वायरस से पैदा हुए हालातों में सभी प्रकार के पेंशनधारियों को आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पडे़, इसलिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभार्थियों को वितरण अप्रेल माह के प्रथम सप्ताह तक कर दिया जाएगा।
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शहरी क्षेत्रों में खाद्य सामग्री के पैकेट
गहलोत ने शहरी क्षेत्रों में स्ट्रीट वेण्डर्स, दिहाड़ी मजदूरों एवं ऐसे जरूरतमंद परिवारों जो एनएफएसए की सूची से बाहर हैं, को एक अप्रेल से दो माह तक आवश्यक खाद्य सामग्री के पैकेट निशुल्क उपलब्ध कराए जाने के भी निर्देश दिए हैं। ये पैकेट जिला प्रशासन तथा नगरपालिकाओं के सहयोग से उपलब्ध करवाए जाएंगे।