राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर सख्त हुआ कांग्रेस आलाकमान, सीएम गहलोत ने की सोनिया गांधी से मुलाकात
जयपुर, 23 अगस्त। कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस आलाकमान सख्ती के मूड में आ गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार की देर शाम अचानक दिल्ली पहुंच गए। गहलोत ने मंगलवार सुबह सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह से मुलाकात की। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस आलाकमान गहलोत को लेकर सख्त हो गया है। राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर सहमति नहीं देने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। लेकिन अशोक गहलोत इसके लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। गहलोत बार-बार राहुल गांधी का ही नाम आगे कर रहे हैं। गहलोत का तर्क है कि राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं बनेंगे तो कांग्रेस कार्यकर्त्ता घर बैठ जाएंगे। गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात को औपचारिक मुलाकात बताया है। लेकिन कांग्रेस के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है। बहरहाल, सीएम गहलोत केसी वेणुगोपाल के साथ अहमदाबाद रवाना हो चुके हैं। अहमदाबाद में गहलोत गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा करेंगे। इसके बाद बुधवार को फिर गहलोत का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। सम्भवतया सीएम गहलोत दिल्ली में सोनिया और राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं।
गहलोत ने दोहराई राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने की मांग
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने की मांग दोहराई है। मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए पार्टी एक राय है। देशभर में कांग्रेसियों की भावना को समझते हुए राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष का पद स्वीकार कर लेना चाहिए। गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी अगर अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो इससे कांग्रेस में निराशा आएगी । उनको पार्टी से जुड़े लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह पद स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस में नए अध्यक्ष को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। 20 सितंबर तक पार्टी का नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए राहुल गांधी ने अपनी सहमति नहीं दे रहे है। ऐसे में पार्टी की निगाहें अशोक गहलोत पर टिकी हुई हैं। गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं।
सचिन पायलट के नाम की भी चर्चा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कशमकश के बीच पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का नाम उभर कर सामने आया है। पायलट राजस्थान में गहलोत सरकार में उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। जुलाई 2021 में पायलट ने अपने समर्थक विधायकों के साथ गहलोत सरकार से बगावत कर दी थी। इसके बाद उन्हें सभी पदों से मुक्त कर दिया गया था। पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। चर्चा है कि सोनिया गांधी बुजुर्ग है। ऐसे में पायलट को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा है। हाल ही में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भी दिल्ली होकर आए हैं। सियासी गलियारों में उनके दिल्ली दौरे को लेकर भी चर्चा है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में राजस्थान की राजनीति में सीपी जोशी का कद बढ़ेगा।