राजस्थान में एसीएस पीएचईडी सुबोध अग्रवाल ने ली विभाग की समीक्षा बैठक
राजस्थान में जल जीवन मिशन के तहत सोमवार को 8 हजार 158 हर घर जल कनेक्शन दिए गए। जनवरी माह में अभी तक एक लाख 12 हजार से अधिक कनेक्शन हो चुके हैं। इससे पहले दिसम्बर माह में 1 लाख 15 हजार 105 हर घर जल कनेक्शन हुए थे।
राजस्थान में जल जीवन मिशन के तहत सोमवार को 8 हजार 158 हर घर जल कनेक्शन दिए गए। जनवरी माह में अभी तक एक लाख 12 हजार से अधिक कनेक्शन हो चुके हैं। इससे पहले दिसम्बर माह में 1 लाख 15 हजार 105 हर घर जल कनेक्शन हुए थे। जल कनेक्शनों की संख्या अप्रेल 2022 के बाद से ही उत्तरोत्तर बढ़ रही है। मिशन की शुरूआत से अभी तक हर घर जल कनेक्शन का आंकड़ा भी 33 लाख पार कर गया है। जनवरी माह में सर्वाधिक एफएचटीसी करने वाले जिलों में भीलवाड़ा 65 प्रतिशत लक्ष्य पूरे करने के साथ सबसे आगे है। जबकि 64 प्रतिशत कनेक्शन के साथ झालावाड़ दूसरे, 62 प्रतिशत के साथ चित्तौड़गड़ तीसरे स्थान पर है। जेजेएम में जनवरी माह में अभी तक 485.12 करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं। इससे पहले दिसम्बर, 2022 में 763.38 करोड़ रूपए खर्च हुए थे।
Rajasthan: सामाजिक सुरक्षा राज्य सरकार का ध्येय: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
जल कनेक्शन का औसत बढ़ाने के दिए निर्देश
अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी डॉ. सुबोध अग्रवाल द्वारा मंगलवार को ली गई। जल जीवन मिशन एवं विभाग की वृहद पेयजल परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने प्रतिदिन औसतन जल कनेक्शन 10 हजार तक पहुंचाने का लक्ष्य दिया।जल कनेक्शनों में पिछड़ रहे जैसलमेर, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, श्रीगंगानगर, डूंगरपुर एवं धौलपुर जिले के अभियंताओं को गति बढ़ाने के निर्देश दिए। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि जनवरी माह के एफएचटीसी के प्रतिदिन के आंकड़े को बढ़ाते हुए अधिक से अधिक ग्रामीण घरों को जल कनेक्शनों से जोड़ें। उन्होंने वृहद परियोजनाओं में धीमी गति से कार्य कर रही कॉन्ट्रेक्टर फर्मों को अपनी गति बढ़ाने के निर्देश दिए। फील्ड अभियंताओं को निर्देश दिए कि विभिन्न पेयजल परियोजनाओं की प्रगति की रिपोर्ट मुख्यालय को भेजें। बैठक में बताया गया कि जल गुणवत्ता जांच के तहत केमिकल टेस्ट अभी तक 71,596 तथा बेक्टीरियल टेस्ट अभी तक 44 हजार 72 किए गए हैं। ब्लॉक स्तर पर 250 नई प्रयोगशालाएं स्थापित करने के लिए अभी तक 238 ब्लॉक में स्थान चयनित कर लिया गया है। इन ब्लॉक्स में तीन-चार माह में लैब स्थापित हो जाएंगी। 12 ब्लॉक्स में लैब के लिए स्थान शीघ्र ही चिन्हित कर लिया जाएगा। इस अवसर पर एमडी, जल जीवन मिशन अविचल चतुर्वेदी, मुख्य अभियंता (जल जीवन मिशन) आरके मीना, मुख्य अभियंता (विशेष परियोजना) दिनेश गोयल, मुख्य अभियंता (तकनीकी) दलीप गौड, मुख्य अभियंता (प्रशासन) राकेश लुहाडिया, मुख्य अभियंता (शहरी एवं गुणवत्ता नियंत्रण) केडी गुप्ता, मुख्य अभियंता-जोधपुर नीरज माथुर सहित पीएचईडी रीजन एवं प्रोजेक्ट्स से जुड़े अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता एवं कॉन्ट्रेक्टर फर्मों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।