मौत का कुआँ : बालाघाट में जहरीली गैस का रिसाव, कुँए में सफाई करने उतरे 5 लोगों की मौत
बालाघाट जिले के कई क्षेत्रों में ऐसे कुँए है, जहाँ जहरीली गैस रिसाव होता रहा है। पहले भी इस तरह की कई घटनाए सामने आ चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे हादसों को लेकर उनकी ओर से क्षेत्र में जांच की मांग की गई थी,
बालाघाट, 09 जून: बालाघाट के कूदना गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ है । यहाँ एक कुएं की सफाई के दौरान अचानक जहरीली गैस का रिसाव होने लगा, जिससे रोजगार सहायक की हालत बिगड़ने लगी । उसकी बचाव में दो भाइयों समेत अन्य लोग भी कुँए में उतरे, लेकिन गैस का रिसाव इतना ज्यादा था कि पांच लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। कुछ अन्य लोगों को इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही प्रशासन ने पूरी घटना के जांच के आदेश जारी कर दिए है।
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बालाघाट जिले के बिरसा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कूदान गांव में यह हादसा हुआ। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सभी युवक पुनीत खुरचंदे के घर मे बने कुंए में सफाई लिए उतरे थे, लेकिन उन्हे यह जानकारी नही थी कि कुंए के भीतर जहरीली गैस का रिसाव है। जैसे ही युवक कुंए में उतरे, गैस की चपेट में आने से उसमें गिर पड़े। जहां पांच युवको की मौत हो गई। वही कुछ अन्य युवकों को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार जारी है। आपको बता दे, मृतको में तीन युवक आपस में सगे भाई है तो वही दो युवक उनके पड़ोसी है। जहां हादसे से गांव में मातम पसरा हुआ है।
इस
क्षेत्र
जहरीली
गैस
रिसाव
वाले
कई
कुँए
बताया
गया
कि
बालाघाट
जिले
के
कई
क्षेत्रों
में
ऐसे
कुँए
है,
जहाँ
जहरीली
गैस
रिसाव
होता
रहा
है।
पहले
भी
इस
तरह
की
कई
घटनाए
सामने
आ
चुकी
है।
ग्रामीणों
का
कहना
है
कि
ऐसे
हादसों
को
लेकर
उनकी
ओर
से
क्षेत्र
में
जांच
की
मांग
की
गई
थी,
ताकि
ऐसे
कुँए
चिन्हित
कर
वहां
आम
लोगों
को
सावधान
किया
जा
सकें।
लेकिन
प्रशासन
द्वारा
किसी
भी
तरह
की
गंभीरता
नहीं
बरती
गई।
एक
बार
फिर
हुए
इस
हादसे
से
ग्रामीणों
में
आक्रोश
व्याप्त
है।
फिलहाल
प्रशासन
ने
इस
पूरे
मामले
की
जांच
के
आदेश
जारी
कर
दिए
है।
एसडीएम
स्तर
के
अधिकारी
को
जांच
का
जिम्मा
सौंपा
है।
विधायक
पहुंचे
घटना
स्थल,
ग्रामीणों
ने
दिया
धरना
हादसे
की
खबर
लगते
ही
प्रशासनिक
अधिकारियों
के
अलावा
बैहर
क्षेत्र
के
विधायक
संजय
उईके
भी
घटना
स्थल
पर
पहुंचे।
विधायक
ने
घटना
को
लेकर
दुःख
जताया
और
मृतकों
के
प्रति
संवेदनाए
व्यक्त
की।
वही
घटना
से
आक्रोशित
ग्रामीणों
ने
चक्का
जाम
कर
दिया।
इनकी
मांग
थी
कि
जहरीली
गैस
के
बढ़ते
मामलों
की
शिकायतों
को
अनदेखा
करने
वाले
दोषी
अधिकारियों
पर
कार्रवाई
की
जाए।
काफी
देर
चले
हंगामे
के
बाद
गुस्साएं
लोग
शांत
हुए।
उन्हें
भरोसा
दिया
गया
है
मामले
की
जांच
कर
उचित
कार्रवाई
की
जाएगी।
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