अचानक जबलपुर पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान, बैठक में की इंजेक्शन और ऑक्सीजन व्यवस्था की समीक्षा
जबलपुर, 10 मई। सीएम शिवराज सिंह का सोमवार 10 मई को अचानक जबलपुर पहुंचे। दोपहर सवा एक बजे पहुंचे सीएम ने नकली रेमडेसिवर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की लापरवाही से हुई मौत मामले में तल्ख तेवर दिखाए। बोले कि आरोपी कोई भी हो, बख्शे नहीं जाएंगे। कोविड के इस आपदा में ऐसे लोग जानवर से भी गए गुजरे हो गए हैं। इनका जानवर से भी तुलना नहीं कर सकते हैं।
ऐसे लोगों की जानवर से भी तुलना नहीं हो सकती
सीएम ने कहा कि ऐसे लोग नर पशु हैं। इन्हें तो जानवर कहना जानवर का अपमान है। कलेक्टर-एसपी को साफ निर्देश है कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के प्रकरण में जाे भी हो, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मैं ताे पूर्व में ही ऐसे ऐसे लोगों की संपत्ति राजसात करने का निर्देश दे चुका हूं।
बिना लाव लश्कर के अचानक पहुंचे सीएम
कोरोना के बिगड़े हालात को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार 10 मई को अचानक जबलपुर की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे। कोविड संक्रमण के बीच सीएम बिना लाव लश्कर के बैठक लेने कलेक्टोरेट पहुंचे। उन्होंने भोपाल से ही सोशल मीडिया के माध्यम से संदेश देकर बता दिया कि उन्हें जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य कोई रिसीव करने एयरपोर्ट नहीं आएगा। इसके चलते प्रशासनिक अमले के अलावा जनप्रतिनिधि भी सीधे बैठक स्थल पर ही पहुंचे।
दो घंटे से अधिक चली बैठक
सीएम और जनप्रतिनिधियों की बैठक लगभग दो घंटे तक चली। इस दौरान विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के भी कुछ विधायकों ने जिला प्रशासन की खामियों को इंगित किया। बैठक से पहले सीएम ने कलेक्टर ने अलग से कुछ चर्चा की। बैठक में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, गैलेक्सी कांड, ऑक्सीजन कमी आदि मामलों पर चर्चा हुई। निजी अस्पतालों की लूट-खसोट पर भी कुछ जनप्रतिनिधियों ने आवाज उठाई। सीएम ने आपदा के इस घड़ी में सभी जनप्रतिनिधियों को एकजुट होकर लोगों की बेहतरी के लिए काम करने का सहयोग मांगा।
बैठक में पक्ष-विपक्ष के विधायक भी हुए शामिल
बैठक में सांसद राकेश सिंह, पूर्व मंत्री एवं बीजेपी विधायक अजय विश्नोई, विधायक नंदनी मरावी, जबलपुर कैंट विधायक अशोक रोहाणी, पनागर विधायक इंदु तिवारी के अलावा कांग्रेस विधायक तरुण भनोट, लखन घनघोरिया और विधायक विनय सक्सेना शामिल हुए। बैठक के बाद दोपहर 3.30 बजे के लगभग वह करमेता पहुंचे और वहां जनसहयोग से तैयार 500 बेड के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। इस सेंटर का शुभारंभ रविवार को ही सांसद राकेश सिंह ने कर दिया था।
" />मध्य प्रदेश सरकार की अपील : स्वैच्छिक रूप से सेवाएं देने के लिए आगे आएं निजी डॉक्टर
विश्व हिंदू परिषद ने सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा को संगठन के सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया है। उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद संगठन के पदाधिकारियों ने यह निर्णय लिया है। प्रांत मंत्री राजेश तिवारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सरबजीत सिंह मोखा का नाम नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन में सामने आने के बाद यह निर्णय लिया गया। सरबजीत सिंह मोखा जबलपुर में विश्व हिंदू परिषद के नर्मदा जिला का अध्यक्ष था।
...ताे सीएम के खौफ के चलते दर्ज हुई एफआईआर
सीएम के आगमन के चलते ही प्रशासन ने आनन-फानन में पहले गैलेक्सी के खिलाफ जांच पूरी करते हुए उसकी लापरवाही की पुष्टि की। अब नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा सहित तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर बचाव किया है। यहीं नहीं, प्रशासन ने कोविड के नए मामलों का आंकड़ा जारी करने में भी खेल किया। एक दिन पहले 926 नए संक्रमितों का रिकॉर्ड बनाने वाले जिले में अचानक से केस घटकर 540 पर आ गए। वहीं डिस्चार्ज होने वाले भी 573 ही रहे। मौत का आंकड़ा 6 रहा।
सीमावर्ती जिलों में तैयार हो रहा 350 बेड का कोविड केयर सेंटर्स
जबलपुर के अस्पतालों में कोविड मरीजों के बढ़ते दबाव के बीच राहत की खबर ये है कि पेट्रोलियम मंत्री की पहल पर मॉइल कंपनी ने जबलपुर से सटे मंडला, डिंडोरी, सिवनी, बालाघाट व नरसिंहपुर जिले में सर्वसुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर बना रही है। इसमें ऑक्सीजन लाइन, ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर के साथ वैंटीलेटर्स की भी सुविधा होगी। इसमें मंडला में 100 बेड, बालाघाट में 100, सिवनी में 60, डिंडौरी में 50 और नरसिंहपुर में 40 बेड होंगे।