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यूक्रेन की युवा महिलाओं को मर्दों से इस 'उम्मीद' में मिल रहा है मुफ्त कमरे का ऑफर, संस्थाओं ने दी चेतावनी

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ग्लासगो, 3 अप्रैल: यूक्रेन में रूसी हमले की वजह से लाखों नागरिकों को अपना घरबार छोड़कर शरणार्थी बनना पड़ रहा है। इनमें से बहुत बड़ी तादाद उन युवा महिलाओं की है, जो अपने मुल्क से बाहर के देशों में जाकर मुनासिब घरों की तलाश कर रही हैं। लेकिन, ऐसी बेबस महिलाओं पर यूनाइटेड किंगडम में कुछ ऐसे मर्दों की नजर पड़ी है, जो इस मानवीय संकट में भी मुफ्त में मदद के नाम पर उनके शरीर का सौदा करना चाहते हैं। अपने लिए सुरक्षित कमरों की तलाश करने वाली ऐसी युवा महिलाओं को ऐसे व्यक्ति तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे हैं, लेकिन बदले में जो कीमत वसूलना चाहते हैं, वह एक महिला के लिए सोचने में भी अमर्यादित है।

मुफ्त कमरे के बदले यौन सुख मांग रहे हैं मर्द- रिपोर्ट

मुफ्त कमरे के बदले यौन सुख मांग रहे हैं मर्द- रिपोर्ट

यूक्रेन की शरणार्थियों के कल्याण के लिए यूनाइटेड किंगडम में सरकार की योजना के तहत अकेले पुरुषों की ओर से भी युवा महिलाओं को अपने घर में ठहरने का मुप्त ऑफर दिया जा रहा है। लेकिन, इस मुफ्त ऑफर के पीछे बहुत ही खतरनाक मंसूबे भी छिपे रहते हैं। यह दावा एक शरणार्थी चैरिटी संस्था ने किया है। ऐसे पुरुष चाहते हैं कि मुसीबत की मारी यूक्रेन की युवा महिलाओं को अपने घर में ठहरने के ऑफर के बदले वह उनसे यौन फेवर मांग सकें। मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक चैरिटी पोजिटिव ऐक्शन इन हाउसिंग ने कहा है कि उसे ऐसी रिपोर्ट मिली हैं कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से भाग रहीं युवा महिलाओं ने दावा किया है कि कई रजिस्टर्ड घरों के मर्दों ने इस उम्मीद में अपने यहां ठहरने का ऑफर दिया गया है कि रूम के बदले में वह उन्हें यौन सुख देंगी।

'मैं एक बड़े घर में अकेले रहता हूं।'

'मैं एक बड़े घर में अकेले रहता हूं।'

अखबार ने ग्लासगो लाइव रिपोर्ट के हवाले से लिखा है कि इसको लेकर गंभीर चेतावनी दी गई है कि 'इससे बहुत ही बड़े पैमाने पर असुरक्षित परिस्थिति' पैदा हुई है। पिछले हफ्ते ही 16 शरणार्थी और एंटी-ट्रैफिकिंग संगठनों ने कम्युनिटीज सेक्रेटरी माइकल गोव को चेतावनी देते हुए लिखा है कि सरकार की यह स्कीम यूनाइटेड किंगडम में शरण मांगने वाली महिलाओं और बच्चों के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है। पता चला है कि एक मामले में एक पुरुष ने यूक्रेन की एक युवा महिला से संपर्क किया जो कि पिछले 14 मार्च को सोशल मीडिया के जरिए सरकारी स्कीम के बारे में जानकारी ले रही थी। उस व्यक्ति ने महिला से कहा कि वह अपनी तस्वीरें भेजे। उस शख्स ने कथित रूप से यूक्रेन की उस पीड़ित महिला से कहा कि, 'कुछ लोग मेरे घर में आना चाहते हैं। इसलिए मुझे कोई फैसला लेना है। मैं एक डॉक्टर हूं और एक बड़े घर में अकेले रहता हूं।'

'मैं एस्कॉर्ट टाइप की नहीं हूं....'

'मैं एस्कॉर्ट टाइप की नहीं हूं....'

जानकारी के मुताबिक उस शख्स ने शरण की तलाश में जुटी उस बेबस महिला को अपनी भी कुछ तस्वीरें भेजीं। इसमें वह एक विमान के फर्स्ट क्लास में बैठा था। उसने अपनी स्पोर्ट्स कार और घर के लग्जरी कमरों और शानदार हॉट टब की तस्वीरें भी साझा कीं। इस पर महिला ने उससे कहा कि 'वह चाहेगी कि सरकारी आवेदन के जरिए उसे शरण मिले, क्योंकि किसी दूसरे देश से आई है और इन हालातों में वह किसी पर भी भरोसा नहीं कर सकती।....' वह महिला उस व्यक्ति की मंशा भांप गई थी। उसने उसके ऑफर को ठुकराते हुए कहा, 'मैं डेटिंग के लिए तलाश नहीं कर रही हूं। और मैं जानती हूं कि कुछ लोग इसका किस चीज के लिए इस्तेमाल करेंगे, मैं एस्कॉर्ट टाइप की भी नहीं हूं....'

मुफ्त कमरा, खाना और ऊपर से मंथली अलाउंस का ऑफर

मुफ्त कमरा, खाना और ऊपर से मंथली अलाउंस का ऑफर

महिला के उस शख्स के इरादे को महसूस करके उसके घर में रहने से इनकार करने के बावजूद वह नहीं माना और लगातार उसे अपनी जाल में फांसने की कोशिश जारी रखा। उसने यूके में शरण मांग रही यूक्रेन की उस महिला को समझाया कि 'मैं यह ऑफर सरकारी व्यवस्था के तहत ही दे रहा हूं। मैंने रजिस्ट्रेशन करा रखा है और मैं एक व्यक्ति को नॉमिनेट कर सकता हूं।' इसके बाद उसने यूके सरकार से होम्स फॉर यूक्रेन स्कीम के तहत ऑफिशियल कंफर्मेशन वाले ईमेल का स्क्रीनशॉट भी भेजा। इसके साथ उसने अपने घर पर उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का जिक्र करते हुए लिखा, 'इसीलिए मुफ्त ठहरने की जगह, खाना, बाकी खर्चे, ऊपर से मंथली अलाउंस। तुम्हारे पास दूसरा विकल्प है कि चैरिटी में रजिस्टर करो, जिसमें आपको कोई भी अकोमोडेशन आवंटित कर दिया जाएगा।'

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....सुनते ही शख्स ने कहा- नहीं कर सकता मदद

....सुनते ही शख्स ने कहा- नहीं कर सकता मदद

उस महिला का शख्स पर अबतक जो शक था, वह एक तरह से इसके बाद यकीन में बदल गया। महिला ने अपने घर पर ठहरने के तरह-तरह के फायदे समझाने वाले शख्स को जब ये बताया कि वह अपने मां के साथ भागकर आई है, इसके बाद उस व्यक्ति ने पीड़ित महिला की कोई मदद करने से मना कर दिया। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा है कि 'सेक्स फॉर रेंट' के जरिए शोषण या मानव तस्करी गैरकानूनी है और हमारे समाज में इसके लिए कोई जगह नहीं है। जिनके पास कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सबूत हैं, उन्हें पुलिस के पास जाना चाहिए।' उन्होंने कहा है कि इस स्कीम को काफी सुरक्षित तरीके से डिजाइन किया गया है और सिर्फ स्पॉन्सर बनने का इच्छुक बनकर रजिस्टर कर लेने का मतलब ये नहीं है कि वह व्यक्ति सिक्योरिटी चेक से बच जाएगा। घर का ऑफर देने वाले सभी लोगों को सुरक्षा जांच से गुजरना होगा।

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English summary
Young women who came to the UK as refugees from Ukraine, in return for free homes some mens are demanding such a favor, which to accept is like ruining themselves
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