समुद्र में 23 हजार फीट की गहराई में डूबा था अमेरिका का हीरो, दूसरे विश्व युद्ध में मचाई थी तबाही, अब मिला
अमेरिकन नेवी का ये विध्वंसक जहाज फिलीपीन सागर में 6,895 मीटर (22,621 फीट) की गहराई पर मौजूद है और यह जहाज पिछले 80 सालों से लोगों की नजरों से गायब था।
वॉशिंगटन, जून 25: द्वितीय विश्वयुद्ध में जापानी खेमे में तबाही मचाने वाले अमेरिकी विध्वंसक जहाज, जिसे अमेरिका का हीरो कहा जाता था, उसका मलबा मिल गया है। समुद्र के तल में करीब 23 हजार फीट की गहराई में प्रशांत महासागर की अथाह गहराई में खोजकर्ताओं ने इस डूबे हुए जहाज को कई दशकों के बाद आखिरकार खोज निकाला है। अमेरिकन नेवी के इस विध्वंसक जहाज को दुनिया में सबसे गहराई में छिपा मलबा भी कहा जाता है।
1944 में युद्ध में डूबा था जहाज
अमेरिकन नेवी के इस विध्वंसक जहाज को एस्कॉर्ट सैमुअल बी रॉबर्ट्स (डीई-413) कहा जाता है। हालांकि, ये जहाज सैमी-बी के नाम से भी प्रसिद्ध है और इसे बुधवार को फिलीपीन सागर में देखा गया है। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान इस जहाज ने जापानी सेना में भारी तबाही मचाई थी, लेकिन अंत में साल 1944 के अक्टूबर महीने में इस जहाज पर जापान ने बुरी तरह से आक्रमण कर दिया था और 'बैटल ऑफ समर' के दौरान ये जहाज डूब गया था। टेक्सास के रहने वाले करोड़पति फाइनेंसर विक्टर वेस्कोवो ने इस युद्धपोत की खोज की है और दुनिय के सबसे ज्यादा गहगाई वाले क्षेत्र में उन्होंने इस मिशन को अंजाम दिया है।
22 हजार 621 फीट की गहराई में मिला
अमेरिकन नेवी का ये विध्वंसक जहाज फिलीपीन सागर में 6,895 मीटर (22,621 फीट) की गहराई पर मौजूद है और यह जहाज पिछले 80 सालों से लोगों की नजरों से गायब था। पिछले सबसे गहरे मलबे की पहचान और खोज की गई यूएसएस जॉन्सटन थी, जिसे पिछले साल वेस्कोवो ने खोजा था। यह 6,469 मीटर पर स्थित है। टेक्सास के रहने वाले कारोराबी विक्टर ने अपने सबमर्सिबल के जरिए इस जहाज को पानी की अनंत गहराईयों से खोज की है। सैमी बी 28 अप्रैल 1944 को यूएश नेवी में कमीशन किया गया था और यह अक्टूबर 1944 में फिलीपीन सागर में बैटल ऑफ समर के दौरान डूब गया था। जापानी सैनिकों ने इस जहाज पर भीषण बमबारी की थी और ये जहाज अपनी बहादुरी के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
मारे गये थे 89 लोग
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सैमी बी जहाज अंतिम बचे अमेरिकी जहाजों में से एक था और इस जहाज पर चालक दल के 224 सदस्य थे, जिनमें से 89 मारे गए थे। जीवित बचे लोगों में कैप्टन रॉबर्ट डब्ल्यू. कोपलैंड भी शामिल थे। वेस्कोवो ने सीएनएन को बताया कि, 'जहाज ने जापानी युद्धपोतों और भारी क्रूजर से पूरी तरह से हो रहे भीषण हमले के बाद भी भयानक बहादुरी से लड़ाई लड़ी थी'।
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जहाज से जुड़ी हैं कहानियां
उन्होंने कहा कि, 'नौसेना में उनके कप्तान और चालक दल की वीरता पौराणिक है, और इस जहाज के मलबे को खोजना एक सम्मान की बात है'। उन्होंने कहा कि, 'मुझे लगता है कि इस जहाज की कहानी को खोलने में मदद कर सकता है, जो खो गए थे और उन लोगों के परिवारों के लिए जिसने उस पर सेवा की। मुझे लगता है कि एक जहाज गहराई में गायब हो जाता है, फिर कभी नहीं देखा जा सकता है, लिहाजा, जहाज से जुड़े लोगों को खालीपन की भावना महसूस हो सकती है'।
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जहाज के मलबे की होगी खोज
उन्होंने कहा कि, 'मलबे को खोजने से बंद करने में मदद मिल सकती है, और उस लड़ाई के बारे में और भी जानकारियां मिल सकती हैं, जो शायद हम पहले नहीं जानते थे। जैसा कि हम कहते हैं, 'स्टील झूठ नहीं बोलता'। रिपोर्ट के मुताबिक, दरअसल, पहले इस जहाज की खोज नहीं की जा रही थी और समुद्र में 7 हजार मीटर की गहराई में डूबे किसी और जहाज की खोज की जा रही थी, जिसे गैंबियर बे कहा जाता है, लेकिन वो नहीं मिला और सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, डेटा की कमी के कारण उन्होंने दूसरे विध्वंसक, यूएसएस होल की तलाश नहीं की।
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