येरूशलम विवाद: 'UN में वोटिंग से इजराइल और भारत के रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा'
नई दिल्ली। पिछले साल दिसंबर में यूएन में येरूशलम को इजराइली राजधानी घोषित करने के विरोध में भारत ने वोट दिया था। इस बीच इजराइली राजदूत ने शुक्रवार को कहा कि यूएन में येरूशलम के खिलाफ वोटिंग से भारत और इजराइल के रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यूएन में वोटिंग महत्वपूर्ण है, लेकिन इससे भारत-इजराइल संबंधों की बड़ी तस्वीर पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
भारत में इजराइल के राजदूत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कई बार देश एक दूसरे के अनुरोधों से सहमत नहीं हो सकते हैं। इससे दो देशों के संबंधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कभी-कभी, देश एक दूसरे के अनुरोधों से सहमत नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी एक वोट मात्र से दो देशों के रिश्ते महत्वपूर्ण होते हैं और इससे संबंधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
बता दें कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अगले सप्ताह भारत आने वाले हैं। इजराली के राजदूत ने साथ में यह भी कह कि नेतन्याहू के साथ मुंबई हमलों में पीड़ित 11 वर्षीय मोशे होल्त्जबर्ग भी उनके साथ होंगे। पिछले साल जब पीएम मोदी ने इजराइल की यात्रा की थी, तब उन्होंने मोशे होल्त्जबर्ग को भारत आने का न्यौता दिया था।
पिछले साल दिसंबर में अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने येरूशलम को इजराइली राजधानी घोषित कर दिया था। जिसके बाद यूएन में येरूशलम को इजराइल की राजधानी घोषित करने के लिए वोटिंग हुई थी, जिसमें भारत समेत 123 देशों ने अमेरिका के खिलाफ वोटिंग की थी।