पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री ने Joe Biden से कहा- परमाणु हथियारों पर राष्ट्रपति का एकाधिकार खत्म करें
US President Nuclear Power: वाशिंगटन डीसी। कैपिटल बिल्डिंग में हुई हिंसा और राष्ट्रपति ट्रम्प के पिछले दिनों के व्यवहार के बाद अमेरिका में राष्ट्रपति की सैन्य शक्तियों को लेकर बहस छिड़ गई है। पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री विलियम पेरी ने परमाणु हथियारों पर अमेरिकी राष्ट्रपति के एकाधिकार में कटौती की मांग की है। उन्होंने इसे पुराना, अनावश्यक और बहुत ही खतरनाक बताया है।
पेलोसी ने भी की थी नियंत्रण की बात
विलियम पेरी का बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले ही हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स की की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने अमेरिकी सेना के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ से बात की थी। पेलोसी ने शीर्ष अधिकारी से ये सुनिश्चित करने को कहा था कि ट्रम्प कार्यकाल के आखिरी दिनों में किसी भी तरह से परमाणु हथियारों से लॉन्च न कर सकें।
वहीं विलियम पेरी ने कहा कि "राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन को ये घोषणा करनी चाहिए कि वह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल करने की ताकत को अकेले की जगह कांग्रेस के चयनित सदस्यों के साथ साझा करेंगे।" पेरी ने पॉलिटिको मैगजीन में लिखे लेख में बात कही है।
बाइडेन से राष्ट्रपति की ताकत कम करने को कहा
लेख में कहा गया है कि 20 जनवरी को शपथ लेने वाले जो बाइडेन को ये भी घोषणा करनी चाहिए कि अमेरिका परमाणु युद्ध शुरू नहीं करेगा और हमेशा इस बम का इस्तेमाल केवल जवाब देने के लिए करेगा।
लेख में कहा गया है कि वर्तमान सिस्टम राष्ट्रपति को (किसी भी राष्ट्रपति) को सामूहिक संहार के हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए असीमित अधिकार देता है जो कि अलोकतांत्रिक, पुराना, अनावश्यक और बहुत की खतरनाक है।
पेरी 1994 से 1997 तक अमेरिका के रक्षा मंत्री रहे हैं। उन्होंने ट्रम्प को अस्थिर बताते हुए सवाल किया "क्या हमें वास्तव में लगता है कि दुनिया को खत्म करने की शक्ति के साथ ट्रम्प भरोसा करने के लायक हैं ?"
अमेरिकी राष्ट्रपति के पास रहती है ताकत
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ हर वक्त सेना का एक सहयोगी एक परमाणु हथियारों के कोड वाले एक ब्रीफकेस के साथ मौजूद रहता है जिसे फुटबॉल कहते हैं। इस कोड के जरिए राष्ट्रपति हर वक्त पूरी दुनिया में कहीं से भी परमाणु हथियारों के हमले का आदेश दे सकते हैं। इसके लिए राष्ट्रपति को किसी और से अनुमति की जरूरत नहीं होती है।
लेख में कहा गया है कि राष्ट्रपति के पास परमाणु युद्ध शुरू करने की पूरी ताकत है। "मिनटों में ट्रम्प सैकड़ों परमाणु हथियारों को लॉन्च कर सकते हैं या फिर किसी एक से हमला कर सकते हैं। उन्हें किसी से सलाह लेने की भी जरूरत नहीं है। रक्षा मंत्री कुछ नहीं कर सकते। कांग्रेस की इसमें कोई भूमिका नहीं है।" फिर वे सवाल करते हैं "हम ये रिस्क क्यों ले रहे हैं ?"
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