नेवी शिप पर मिसाइल हमले के बाद अमेरिका ने किया यमन पर हमला
वाशिंगटन। अमेरिका की सेना ने गुरुवार को यमन पर हमला बोला है। अमेरिका ने यमन पर हमला उसकी नेवी शिप पर हुए मिसाइल अटैक के बाद बोला है। यमन के उन इलाकों पर अमेरिका ने अटैक किया है जो ईरान की गठबंधन सेना हाउथी फोर्सेज के द्वारा नियंत्रित होते हैं।
राष्ट्रपति ओबामा ने दी मंजूरी
इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी नेवी के डेस्ट्रॉयर पर मिसाइल से हमला किया गया था जोकि असफल रहा था। अमेरिका ने इसके जवाब में ही यमन के तीन तटीय रडार साइट्स पर हमला बोला है।
इस हमले की मंजूरी अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दी थी। यमन के संघर्ष में यह पहला मौका है जब राष्ट्रपति ओबामा ने सीधे मिलिट्री एक्शन को मंजूरी दी है।
रविवार को हुआ था हमला
पेंटागन हमलों में जरा भी रक्षात्मक नहीं होना चाहता है और रडार को निशाना बनाकर हमले किए जा रहे हैं। इन रडार के जरिए अमेरिकी डेस्ट्रॉयर यूएसएस मैसन पर रविवार को हमला किया गया था।
पेंटागन के आधिकारिक प्रवक्ता पीटर कुक की ओर से बताया गया कि इन हमलों का मकसद अमेरिकी सैनिकों की रक्ष करना और अमेरिकी वॉरशिप्स को किसी भी नुकसान से बचाना है।
जान-माल का कोई नुकसान नहीं
वहीं यूएस नेवी के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी है कि यूएस नेवी के डेस्ट्रॉयर नीट्ज ने गुरुवार को सुबह करीब चार बजे टॉकहॉक क्रूज मिसाइल यमन पर दागी है।
इस अधिकारी के मुताबिक लाल सागर पर जब अमेरिकी शिप पर हमला हुआ तो यह रडार सक्रिय थे और तभी हमले की असफल कोशिश की गई।
इस अधिकारी के मुताबिक जिन जगहों पर हमले हो रहे हैं वहां पर आबादी नहीं है। ऐसे में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।