अमेरिका में बर्फीले तूफान ने मचाया कोहराम, वॉशिंगटन में आपातकाल, बर्फबारी से लॉकडाउन जैसे हालात
नेशनल वेदर सर्विस के अनुसार, मध्य-अटलांटिक क्षेत्र में बर्फ़ीले तूफ़ान में 4-8 इंच (12-25 सेमी) बर्फ और 40 मील प्रति घंटे (64 किमी प्रति घंटे) तक की हवाओं का पूर्वानुमान लगाया गया है।
वॉशिंगटन, जनवरी 04: अमेरिका में एक तरह कोरोना वायरस कोहराम मचा रहा है, तो दूसरी तरफ बर्फीले तूफान ने देश की स्थिति को काफी खराब कर दिया है और पूरे अमेरिका में अघोषित लॉकडाउन लगा हुआ है। अमेरिका के कई राज्यों में आसमान से गिर रहे सफेद आफत ने जनजीवन को बुरी तरह से अस्तव्यस्त कर दिया है और लोगों का अपनी घरों से बाहर निकलना दूभर हो गया है। स्थिति ये है कई राज्यों में स्कूल और सरकारी दफ्तरों को बंद करना पड़ा है।
तूफान से जनजीवन अस्तव्यस्त
शीतकालीन तूफान ने अमेरिका के दक्षिणपूर्व और मध्य-अटलांटिक में स्थिति काफी खराब कर दी है। भारी बर्फ़बारी और तेज हवाओं के चलने से जनजवीन काफी ज्यादा अस्तव्यस्त हो चुका है, जिसकी वजह से तमाम सरकारी कार्यालय और स्कूलों को बंद कर दिया गया है। स्थिति इतनी ज्यादा खराब है कि, प्रभावित क्षेत्रों में तमाम फ्लाइटों को रद्द करना पड़ा है और हजारों घरों में बिजली की सप्लाई को बाधित कर दिया गया है।
बर्फीली हवा चलने से सनसनी
नेशनल वेदर सर्विस के अनुसार, मध्य-अटलांटिक क्षेत्र में बर्फ़ीले तूफ़ान में 4-8 इंच (12-25 सेमी) बर्फ और 40 मील प्रति घंटे (64 किमी प्रति घंटे) तक की हवाओं का पूर्वानुमान लगाया गया है। कैरोलिनास से न्यू जर्सी के लिए गंभीर मौसम की चेतावनी जारी की गई थी। बर्फीले तूफान की चलने की वजह से राजधानी वॉशिंगटन में भी हर तरफ बर्फ ही बर्फ नजर आ रहा है, जिससे गाड़ियां चलाने में भी लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
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कई राज्यों में घरों में कैद हुए लोग
नेशनल वेदर सर्विस के अनुसार, अमेरिका के वॉशिंगटन, फिलाडेल्फिया, जॉर्जिया, वर्जीनिया और कैरोलीना जैसे राज्यों में बर्फीले तूफान की वजह से काफी खराब स्थिति बन चुकी है। सोमवार शाम 4 बजे तक नेशनल वेदर सर्विस ने बताया था कि, वाशिंगटन डीसी में 8.5 इंच (21.59 सेंटीमीटर) तक बर्फ गिरी है, जबकि पूर्वी टेनेसी में 9 इंच (22.86 सेंटीमीटर), वर्जीनिया में 14.6 इंच (37 सेंटीमीटर) और 15.5 इंच (39.37) बर्फबारी हुई है। वर्जीनिया में मौसम सेवा मौसम विज्ञानी ऑस्टिन मैन्सफील्ड ने कहा कि, "यह हमारे लिए कोई ज्यादा खास बात नहीं है, खासकर जनवरी के महीने में और इस समय हमारी ज्यादातर आबादी बर्फबारी की वजह से काफी परेशान रहती है''।
लॉकडाउन जैसे हालात
अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस ने कहा कि धीरे धीरे बर्फीला तूफान कमजोर पड़ रहा है और ये जल्द ही खत्म हो जाएगा। मौसम विभाग ने कहा कि, खराब मौसम ने वाशिंगटन में संघीय सरकारी कार्यालयों को बंद करने के लिए मजबूर किया है, जबकि पूरे क्षेत्र के दर्जनों स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। यहां तक कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी वाशिंगटन वापस आने में देरी का सामना करना पड़ा। राष्ट्रपति और उनके कर्मचारी एयर फ़ोर्स वन पर 30 मिनट तक रुके रहे क्योंकि रनवे पर बर्फ भरा हुआ था। राष्ट्रपति का काफिला, जो आमतौर पर वाशिंगटन की सड़कों से होकर गुजरता है, उसे व्हाइट हाउस के रास्ते में रेंगते हुए देखा गया है।वहीं, ताजा बर्फ ने बच्चों को किले
बनाने का मौका दिया और कुत्तों को ताजे बर्फ में गोता लगाते देखा जा रहा है।
बर्फबारी से हादसे
बर्फबारी की वजह से कई क्षेत्रों में काफी हादसे हुए हैं। रोडवेज और बिजली लाइनों पर भारी बर्फ जमा हो गई, जिससे यात्रा की स्थिति खराब हो गई और घरों और व्यवसायों को बिजली के बिना बंद करना पड़ा। वहीं, Poweroutages.us ने बताया कि, वर्जीनिया, मैरीलैंड, कैरोलिनास और जॉर्जिया में कुछ 661,000 इलेक्ट्रिक कंपनी के ग्राहक बिजली के बिना थे, जो पहले दिन में लगभग 770,000 आउटेज से कम था। वहीं, फ्लाइटवेयर डॉट कॉम ने दिखाया कि संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 3,000 उड़ानों को बर्फबारी की वजह से रद्द करना पड़ा और 5,000 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई है।
दर्जनों दुर्घटनाएं
मैरीलैंड और वर्जीनिया में हाइवे अधिकारियों ने कहा कि, बर्फीली सड़कों के कारण दर्जनों दुर्घटनाएं हुईं और सड़क मार्ग बंद हो गए। मैरीलैंड के गवर्नर लैरी होगन ने ट्विटर पर लिखा कि, "जिस उच्च दर पर बर्फ गिर रही है, उसे देखते हुए हम प्रभावित क्षेत्रों में मैरीलैंड के लोगों से सड़कों से दूर रहने की अपील कर रहे हैं और सड़क से बर्फ हटाने के लिए लोगों को काम कर लगाया गया है। वहीं, वाशिंगटन के मेयर म्यूरियल बोसेर ने बर्फबारी के तहत आपातकाल की घोषणा की है, क्योंकि वॉशिंगटन और इसके आसपास करीब सात लाख लोग सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते थे, जिसे बर्फबारी की वजह से बंद करना पड़ा है।