अमेरिका मंकीपॉक्स के खिलाफ नई तरीके से लड़ेगा, जानें क्या है रणनीति
मंकी पॉक्स बीमारी एक ऐसे वायरस के कारण होती है, जो स्मॉल पॉक्स यानी चेचक के वायरस के परिवार का ही सदस्य है। मंकी पॉक्स 1958 में पहली बार एक बंदर में पाया गया था...
न्यूयॉर्क, 29 जून : एक तरफ कोरोना महामारी दूसरी तरफ मंकीपॉक्स(monkeypox) बीमारी, दोनों ने लोगों को तबाह कर रखा है। जानकारी के मुताबिक बाइडेन प्रशासन ने मंकीपॉक्स के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए एक नई योजना की शुरूआत की है। जानकारी के अनुसार इस योजना के अंतर्गत मंकीपॉक्स से संक्रमित इलाके और लोगों को उच्च प्राथिमिकता में रखा जा रहा है। अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग ने मंगलवार को कहा कि, बवेरियन नॉर्डिक ए /एस की Jynneos vaccine की सैकड़ों हजारों खुराक एक स्तरीय-आवंटन प्रणाली के माध्यम से प्रशासन की नई योजना के तहत उपलब्ध कराई जाएगी।
पुरुष
समलैंगिक
को
खतरा
अधिक
जानकारी
के
मुताबिक,समलैंगिक
पुरुषों
में
मंकीपॉक्स
का
खतरा
अधिक
पाया
गया
है।
जानकारी
के
मुताबिक,
एचएचएस
राज्य
और
स्थानीय
स्वास्थ्य
विभागों
के
साथ
काम
करेगा
ताकि
उच्चतम
जोखिम
वाले
लोगों
को
टीका
मिल
सकें।
इस
योजना
के
अंतर्गत
LGBTQ
समुदाय
के
लोगों
पर
विशेष
ध्यान
दिया
जा
रहा
है,
खासकर
वैसे
लोग
जो
पुरुष
होकर
भी
पुरुषों
के
साथ
यौन
संबंध
रखते
हैं।
अमेरिका
में
मंकीपाक्स
के
मामले
बढ़कर
306
हो
गए
हैं।
एक
विशेषज्ञ
के
अनुसार,
कम
परीक्षण
होने
के
कारण
मामले
की
संख्या
में
कमी
हो
सकती
है।
उन्होंने
आगे
कहा
कि,Jynneos
vaccine
की
सीमित
आपूर्ति
का
लाभ
ज्यादा
से
ज्यादा
जरूरतमंदों
को
मिलना
चाहिए।
जरुरतमंदों
को
मिले
लाभ
एचएचएस
सहायक
सचिव
डॉन
ओ'कोनेल
ने
एक
बयान
में
कहा
कि,'हमारा
लक्ष्य
अभी
यह
सुनिश्चित
करना
है
कि
Jynneos
वैक्सीन
की
सीमित
आपूर्ति
उन
लोगों
के
लिए
तैनात
की
जाए
जो
इससे
सबसे
तुरंत
लाभ
उठा
सकते
हैं,
क्योंकि
हम
अतिरिक्त
वैक्सीन
खुराक
सुरक्षित
करना
चाहते
हैं।
वहीं,
व्हाइट
हाउस
कोविड
रिस्पांस
कोऑर्डिनेटर
आशीष
झा
ने
मीडिया
से
बातचीत
में
कहा,
कोविड
-19
के
विपरीत,
मंकीपॉक्स
एक्सपोजर
के
बाद
टीकाकरण
वायरस
के
प्रसार
को
धीमा
करने
और
उन
लोगों
की
रक्षा
करने
में
काफी
मदद
कर
सकता
है
जो
सबसे
कमजोर
हैं।'
कैसे
फैलता
है
मंकीपॉक्स
बीमारी
मंकीपॉक्स
बीमारी
एक
ऐसे
वायरस
के
कारण
होती
है,
जो
स्मॉल
पॉक्स
यानी
चेचक
के
वायरस
के
परिवार
का
ही
सदस्य
है।
मंकी
पॉक्स
1958
में
पहली
बार
एक
बंदर
में
पाया
गया
था,
जिसके
बाद
1970
में
यह
10
अफ्रीकी
देशों
में
फैल
गया
था।
2003
में
पहली
बार
अमेरिका
में
इसके
मामले
सामने
आए
थे।
2017
में
नाइजीरिया
में
मंकी
पॉक्स
का
सबसे
बड़ा
आउटब्रेक
हुआ
था,
जिसके
75%
मरीज
पुरुष
थे।
ब्रिटेन
में
इसके
मामले
पहली
बार
2018
में
सामने
आए
थे।