सीरिया में ताबड़तोड़ हमलों से घबराया अमेरिका, रूस को दी चेतावनी
वाशिंगटन। जिस तरह से रूस, सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ हमले कर रहा है, उससे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को अमेरिका की सल्तनत हिलती हुई नजर आने लगी है।
उन्हें यह लगने लगा है कि रूस शायद उनसे सुपरपावर का दर्जा छीन लेगा। इसी वजह से अमेरिका ने सीरिया में हो रहे रूस के हमलों पर पहला आधिकारिक बयान जारी किया है। इस बयान में अमेरिका ने रूस को सीरिया से दूर रहने की चेतावनी दी है।
सीरिया में रूस की बढ़ती सैन्य गतिविधियों के बीच अमेरिका ने संघर्षग्रस्त क्षेत्र में आईएसआईएस के खात्मे के लिए अपने नेतृत्व में चल रहे अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में रूस को हस्तक्षेप नहीं करने के लिए कहा है।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने मीडिया को जानकारी दी, 'राष्ट्रपति ने यह साफ कर दिया है कि रूस को 65 सदस्यों वाले उस अंतरराष्ट्रीय गठबंधन में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए जो आईएसआईएस को खत्म करना चाहता है।
उन्होंने बताया कि सैन्य गतिविधियों में टकराव कम करने के प्रयास के तहत अमेरिका और रूसी सैन्य अधिकारियों के बीच कम से कम एक बार प्रारंभिक बातचीत की गई है।
जोश अर्नेस्ट ने कहा कि रूसी सेना के ज्यादातर हवाई हमले उन इलाकों में किये गये हैं जहां पर आईएसआईएस की मौजूदगी कम है या नहीं के बराबर है। वे यह भी कहते हैं कि हमले आईएसआईएस पर केंद्रित हैं।
उन्होंने कहा कि रूस जानता है कि समस्या तब ही हल होगी जब सीरिया में राजनीतिक बदलाव होगा और अब तक उनकी गतिविधियां ऐसे नेता के पक्ष में रही हैं जो विभिन्न कारणों के चलते देश का नेतृत्व करने की वैधता खो चुका है।
अर्नेस्ट ने दावा किया कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद ना केवल देश का नेतृत्व करने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं बल्कि 80 फीसदी जनता का भी समर्थन गंवा चुके हैं।