UN पर बकाया भारत का 38 मिलियन डॉलर, भारत ने जताई चिंता
यूनाइटेड नेशंस। भारत ने यूनाइटेड नेशंस (यूएन) के रवैये पर चिंता जताई है। यूएन को पीसकीपिंग मिशन के लिए भारत को 38 मिलियन डॉलर की रकम अदा करनी है। भारत ने इसे ' अनुचित और अकथनीय' करार दिया है। भारत ने न सिर्फ भारत बल्कि दूसरे देशों की बकाया रकम पर चिंता जाहिर की है। भारत की ओर से इस बात का जिक्र खासतौर पर किया गया है कि पेमेंट में देरी होने से ट्रूप्स कॉन्ट्रीब्यूटिंग कंट्रीज (टीसीसीस) पर असर पड़ रहा है।
भारत ने उठाया मुद्दा
गुरुवार को भारत के स्थायी मिशन में फर्स्ट सेक्रेटरी महेश कुमार ने पांचवें कमेटी सत्र के दौरान इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, 'पीसकीपिंग के लिए रकम की अदायगी की उम्मीद करना एक बहुत ही तर्कसंगत बात है।' यूएन में जारी 'इंप्रूविंग द फाइनेंशियल सिचुएशन ऑफ द यूनाइटेड नेशंस' के दौरान कुमार ने यह बात कही। उन्होंने यूएन को इस बात का ध्यान दिलाया कि यूएन को भारत के 3.6 बिलियन डॉलर अदा करने हैं। यह यूएन के वार्षिक सत्र की करीब एक तिहाई रकम है। उन्होंने यह बात भी कही कि यूएन पीसकीपिंग मिशन को रकम अदायगी में देरी की वजह से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने इस तरफ भी संस्था का ध्यान दिलाया कि टीसीसीस पर एक बिलियन डॉलर की रकम अदायगी के अलावा 178 मिलियन डॉलर की रकम ऐसी है जो मदद और सैनिकों की मृत्यु पर दी जाती है। इाके अलावा आठ मिलियन डॉलर का डिसेबिलिटी क्लेम भी अटका हुआ है।
भारत के सबसे ज्यादा शहीद
पिछले वर्ष आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि 70 वर्षों में यूनाइटेड नेशंस (यूएन) पीसकीपिंग मिशन में ड्यूटी पर शहीद होने वाले सैनिकों में भारतीय सैनिकों की संख्या सबसे ज्यादा है। यूएन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक साल 1948 से अब तक 3,733 पीसकीपर्स यानी शांति सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं लेकिन शहादत के आंकड़ों में भारत का नंबर सबसे ऊपर है। भारत, यूएन पीसकीपिंग मिशन के लिए सबसे ज्यादा मिलिट्री और पुलिस जवान भेजने वाला देश है। भारत के 6,695 पीसकीपर्स इस समय अबेई, साइप्रस, कांगो, हैती, लेबनान, मिडिल ईस्ट, साउथ सूडान और वेस्टर्न सहारा में तैनात हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक 30 अप्रैल 2018 तक भारत को 92 बिलियन डॉलर की रकम यूएन की तरफ से ट्रूप्स, पुलिस यूनिट के गठन और उपकरणों के लिए मिलनी थी। साल 2002 में यूएन की जनरल एसेंबली ने इंटरनेशनल डे ऑफ यूनाइटेड नेशंस पीसकीपर्स की शुरुआत की थी।
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