यौन दुर्व्यवहार के दोषी भारतीय अधिकारी रवि करकरा की UN से छुट्टी
न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्रसंघ (यूएन) ने भारतीय अधिकारी रवि करकरा को यौन दुर्व्यवहार की शिकायतों के चलते निकाल दिया है। रवि, यूएन के साथ जेंडर इक्वैलिटी एजेंसी में तैनात थे। यूएन अब पुलिस के साथ मिलकर उनके खिलाफ मामले की जांच कराने की तैयारी कर चुका है। बताया जा रहा है कि रवि पर यूएन के नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रवि पर पुरुषों ने गलत व्यवहार का आरोप लगाया है।
पुरुषों को किया रवि ने प्रताड़ित
यूएन अधिकारी फुमिज्ले म्लाम्बो न्गाचुका ने इस पर और जानकारी दी है। उन्होंने बताया, 'मैं यह कह सकती हूं कि पूर्व स्टाफ मेंबर को राजनयिकों को मिली प्रतिरक्षा के तहत भी बचाया नहीं जा सकता है। हालांकि यूएन वीमेन के पास यह अधिकार नहीं है कि वह इस केस को प्रॉसिक्यूट करें। यूएन अपने नियमों के तहत बाध्य है और किसी भी आपराधिक व्यवहार को संबधित राष्ट्रीय अथॉरिटी के समकक्ष लाएगा।' करकरा पर आरोप लगाने वाले एक पीड़ित की ओर से बताया गया है कि उसने साल 2009 में करकारा से मुलाकात की थी जब वह यूनीसेफ के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। यहां पर करकरा ने उन्हें पॉलिसी वर्किंग ग्रुप का हिस्सा बनने का निमंत्रण दिया था। इस आरोपी ने बताया कि करकरा ने उनसे असहज कर देने वाले ऐसे सवाल पूछे तो सेक्स से जुड़े थे।
करकरा ने एक मौके पर इस व्यक्ति को गलत तरह से जकड़ लिया था। इस व्यक्ति के मुताबिक करकारा पहले भी कई युवा लड़कों के साथ ऐसा बर्ताव कर चुके हैं। पीड़ित की मानें तो ऐसा भी नहीं है कि करकरा को सेक्सुअल फेवर्स चाहिए बल्कि उन्हें ऐसा करने में मजा आता है। पीड़ित की मानें तो करकरा ऐसी स्थिति में हैं जहां पर वह ये सब कर सकते हैं और कोई भी उन्हें ऐसा करने से रोक नहीं सकता था।