रूस की चाल से अनाज का निर्यात रुका! घुटने पर आए पश्चिम देश, बाइडेन बोले, भुखमरी बढ़ेगी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के इस कदम को बेहद अपमानजनक बताया है। वहीं विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, अनाज निर्यात समझौते का निलंबन खेदजनक है।
रूस ने यूक्रेन (Russia-ukraine conflict) के साथ संयुक्त राष्ट्र के अनाज सौदे में अपनी भागीदारी को निलंबित कर दिया है। जिसके बाद यूक्रेन का समुद्री अनाज निर्यात को रूस ने रविवार को रोक (ukraine maritime grain exports halted) दिया। इस सौदे को वैश्विक खाद्य कमी को दूर करने की कुंजी के तौर पर माना जाता था। जंग के बीच रूस ने अनाज सौदे में अपनी भागीदारी को इसलिए भी निलंबित कर दिया है क्योंकि क्रीमिया पर शनिवार को यूक्रेन ने ड्रोन से कई हमले किए थे। शायद इसलिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नाराजगी इस तरह से उभरकर सामने आ रही है। वहीं, रविवार को, यूरोपीय संघ ने रूस से अपना निर्णय वापस लेने का आग्रह किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेतावनी दी है कि संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से यूक्रेन के अनाज का निर्यात करने के समझौते को रूस द्वारा निलंबित करने से वैश्विक भुखमरी बढ़ेगी।
रूस अनाज को बना लिया हथियार!
रूस ने शनिवार को कहा था कि उसने संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से हुए अनाज निर्यात समझौते के क्रियान्वयन को तत्काल निलंबित कर दिया है। इस समझौते की वजह से यूक्रेन से नौ करोड़ टन से अधिक अनाज का निर्यात हुआ था और वैश्विक स्तर पर खाद्य कीमतों में कमी आई थी। बता दें कि, समझौते ने पहले ही 90 लाख टन से अधिक यूक्रेनी अनाज को निर्यात करने की अनुमति दी थी। इसे 19 नवंबर को नवीनीकरण किया जाना था। बता दें कि,रूस ने इस कदम के लिए क्रीमिया प्रायद्वीप में रूस के काला सागर बेड़े के जहाजों पर यूक्रेन द्वारा शनिवार को कथित तौर पर किए गए ड्रोन हमले को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं दूसरी तरफ, यूक्रेन ने हमले से इनकार किया है।
अमेरिका और पश्चिम देश चिंतित
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के इस कदम को बेहद अपमानजनक बताया है। वहीं विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, अनाज निर्यात समझौते का निलंबन खेदजनक है और उन्होंने सभी पक्षों से इस आवश्यक, जीवन रक्षक पहल को बरकरार रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि,मास्को युद्ध में भोजन को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। निम्न और मध्यम आय वाले देशों और वैश्विक खाद्य कीमतों को प्रभावित कर रहा है और पहले से ही व्याप्त गंभीर मानवीय संकट और खाद्य असुरक्षा को बढ़ा रहा है। वहीं, रविवार को, यूरोपीय संघ ने रूस से अपना निर्णय वापस लेने का आग्रह किया है।
क्या वैश्विक भुखमरी बढ़ने वाली है
बता दें कि रूस की यह घोषणा संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस के रूस और यूक्रेन से समझौते को नवीनीकृत करने का आग्रह करने के एक दिन बाद की है।संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने अन्य देशों, मुख्य रूप से पश्चिमी देशों से रूस के अनाज और उर्वरक निर्यात को अवरुद्ध करने वाली बाधाओं को दूर करने में तेजी लाने का आग्रह किया था।
अकाल पैदा करेंगे पुतिन, जेलेंस्की ने कहा
यूक्रेनी
राष्ट्रपति
वलोदिमीर
जेलेंस्की
ने
कहा
था
कि
रूस
अफ्रीका,
मध्य
पूर्व
और
दक्षिण
एशिया
में
एक
कृत्रिम
अकाल
पैदा
करने
की
कोशिश
कर
रहा
है।
बता
दें
कि
संयुक्त
राष्ट्र
पहले
ही
कह
चुका
है
कि
अगर
रूस
यूक्रेन
युद्ध
ऐसे
ही
चलता
रहा
तो
गरीब
देश
भुखमरी
के
कगार
पर
पहुंच
जाएंगे।
शायद
रूस
यूक्रेन
जंग
से
गरीब
ही
नहीं
विकसित
देश
भी
प्रभावित
हो
रहे
हैं।
अनाज को रोक रखा है रूस
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने ट्विटर पर खुलासा करते हुए रूस पर आरोप लगाया कि, मास्को ने समुद्र में पहले से ही 176 जहाजों पर दो मिलियन टन अनाज को रोक रखा है। इस रोके गए अनाज से सात मिलियन लोगों को भोजन मिल सकता है।
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