UBER ने 14 बार कैंसिल की ब्लाइंड महिला की CAB रिक्वेस्ट, अब चुकाना होगा लाखों का जुर्माना
उबर कैब ने एक ब्लाइंड महिला की कैब रिक्वेस्ट 14 बार कैंसिल कर दी। जिसके बाद उबर पर लाखों का जुर्माना लगाया गया है।
सैन फ्रांसिस्को: कैब कंपनी उबर को एक ब्लाइंड महिला का कैब रिक्वेस्ट 14 बार कैंसिल करना भारी पड़ गया और अब उबर कंपनी को हर्जाने के तौर पर 14 लाख रुपये की रकम महिला को देनी होगी। हम अकसर देखते हैं कि कैब कंपनियां कैब रिक्वेस्ट बार बार कैंसिल करती रहती हैं और ये काफी खराब अनुभव होता है। लेकिन, अगर किसी दिव्यांग के साथ ऐसा हो तो ऐसे लोग बहुत बुरे हालात में फंस सकते हैं। और इसी बात की सजा कैब कंपनी उबर को भी मिली है।
14 बार रिक्वेस्ट कैंसिल
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के बे-एरिया इलाके में एक ब्लाइंड महिला लिजा इरविंग को कहीं जाना था और उसके लिए उन्होंने उबर कैब बुक करनवे की सोची। लेकिन, बार बार उनका कैब रिक्वेस्ट कैंसिल कर दिया जा रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक उबर कैब ड्राइवर लगातार ब्लाइंड महिला को परेशान कर रहे थे और उन्हें उनके वाच डाउग के साथ कैब में बैठाने से इनकार कर रहे थे। कैब कंपनी उबर के ड्राइवरों की बदमाशी की वजह से ब्लाइंड महिला को देर रात कर रास्ते पर भटकना पड़ा। जिसकी वजह से महिला की जिंदगी पर ही संकट नही आ गई बल्कि लेट होने की वजह से उन्हें अपनी नौकरी तक गंवानी पड़ी।
ड्राइवरों ने कहे महिला को अपशब्द
रिपोर्ट के मुताबिक, दो उबर ड्राइवरों ने महिला को अपशब्द भी कहे। जिसके बाद महिला लिजा इरविंग ने कैप कंपनी उबर से इसकी शिकायत की। लेकिन, कैब कंपनी उबर ने महिला की शिकायत पर ना तो ध्यान दिया और ना ही अपने ड्राइवरों के खिलाफ ही कोई कार्रवाई की। जब महिला ने देखा कि उबर ने उनकी शिकायत पर ध्यान तक नहीं दिया है, तो उसके बाद महिला ने उबर के खिलाफ कानूनी शिकायत दर्ज करा दी। महिला के वकील ने अदालत में दलील देते हुए कहा कि 'हर अमेरिकन को कैब फैसिलिटी लेने का पूरा हक है लेकिन उस महिला की जिसकी आंखे नहीं हैं, जो देख नहीं सकती है, उसे इस फैसिलिटी का फायदा उठाने का सबसे ज्यादा हक है'
उबर पर कार्रवाई
सुनवाई के दौरान पाया कि उबर का बर्ताव काफी ज्यादा खराब रहा है। जिसके बाद कोर्ट ने अमेरिकन डिसैबिलिटी एक्ट के तहत फैसला सुनाते हुए कहा कि महिला को पूरा अधिकार था कि वो उबर कैब के जरिए जहां मर्जी होती, वहां जातीं और महिला चूंकी देखने में सक्षम नहीं थी, इसीलिए उन्हें गाइड-डाउग रखने का भी पूरा अधिकार था। हालांकि, उबर कंपनी ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को खारिज कर दिया है। कंपनी की तरफ से अमेरिकन अखबार गार्डियन को बताया गया कि 'उबर कंपनी को अपनी टेक्नोलॉजी के ऊपर गर्व है और कैब कंपनी ने हर दिव्यांगों की मदद की है। वहीं, जो ड्राइवर उबर एप का इस्तेमाल करते हैं, उनसे उम्मीद की जाती है कि वो कानून का सम्मान करे और उबर इसके लिए अपने ड्राइवर्स को वक्त वक्त पर प्रशिक्षित करता रहता है'। वहीं उबर ने कहा है कि उनकी टीम हर कंप्लेन पर ध्यान देती है और समस्या का समाधान करने की कोशिश करती है।
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