खुलासा: चीन अभी भी दे रहा है भारत को धोखा, LAC को चीनी सैनिकों ने नहीं किया है पूरी तरह से खाली
अमेरिकन कमांडर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि चीनी सैनिको ने अभी तक एलएसी को पूरी तरह से खाली नहीं किया है।
बीजिंग: भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख पर डिसइंगेजमेंट को लेकर भले ही समझौता हो गया हो लेकिन अमेरिकन कमांडर की एक रिपोर्ट ने चीनी धोखे का खुलासा कर दिया है। एक अमेरिकन कमांडर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि चीनी सैनिको ने अभी तक एलएसी को पूरी तरह से खाली नहीं किया है। अभी तक एलएसी के कुछ हिस्सों में चीनी सैनिक मौजूद हैं।
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चीनी सैनिकों का धोखा
अमेरिकन कमांडर ने खुलासा किया है कि अभी भी कई फॉरवर्ड पॉजिशन पर चीनी सैनिकों का कब्जा है और चीन ने दावा किया है कि उसने इन जगहों को भारतीय सैनिकों के साथ झड़प के दौरान कब्जा किया है। हिदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना के इंडो पैसिफिक कमांड की कमान संभालने वाले एडमिरल फिलिप.एस.डेविडसन ने एक रिपोर्ट तैयार कर अमेरिकी सांसदों को भेजा है। इस रिपोर्ट में चीनी सैनिकों को लेकर कई खुलासे किए गये हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि वाशिंगटन ने नई दिल्ली को सीमा विवाद को लेकर कई रिपोर्ट दिए हैं। इसके अलावा अमेरिका की तरफ से भारत को ठंड के मौसम में पहनने वाले सैनिकों को कपड़े और दूसरे साजो-सामान दिए गये हैं। लेकिन, सबसे चौंकाने वाला खुलासा ये था कि चीनी सैनिक अभी भी एलएसी के कुछ हिस्सों में मौजूद हैं। एडमिरल फिलिप.एस.डेविडसन ने सीनेट में बहस के दौरान इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी है।
कुछ हिस्सों से हटे हैं चीनी सैनिक
फिलिप.एस.डेविडसन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि पीएलए ने अभी तक फॉरवर्ड ब्लॉक से अपने कदम पीछे नहीं खींचे हैं। इन पॉजिशन्स पर शुरूआत में झड़प होने का दावा किया गया था। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इस झड़प के दौरान दोनों देशों के सैनिकों की मौत हुई है। आपको बता दें कि पैंगोग सो लेक से चीनी सैनिक पूरी तरह से पीछे हट चुके हैं। हालांकि अमेरिकन कमांडर की रिपोर्ट में किया गया दावा चौंकाने वाला है। अमेरिकी कमांडर ने इसके अलावा ये भी कहा है कि चीन विस्तारवादी नीति पर काम कर रहा है और एलएसी पर चीनी सैनिकों ने ही हमला किया था। एलएसी पर बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों का आना पूरे क्षेत्र की शांति के लिए खतरनाक है।
आपको बता दें कि चीन ने पहले अपने सैनिकों की मौत पर खामोशी की चादर ओढ़ रखी थी मगर कुछ दिन पहले चीन की तरफ से चार सैनिकों के मारे जाने की बात कही गई है जबकि भारत सरकार और रूसी जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि चीन के कम से कम 45 से ज्यादा सैनिक एलएसी पर संघर्ष के दौरान मारे गये थे।