तालिबान ने पत्रकार दानिश सिद्धीकी की मौत पर जताया गहरा दुख, जारी की गाइडलाइंस
भारतीय दानिश सिद्धीकी की मौत पर तालिबान ने गहरा दुख जताया है और कहा है कि पत्रकारों के लिए गाइडलाइंस जारी की है।
काबुल, जुलाई 17: तालिबान ने भारतीय पत्रकार दानिश सिद्धीकी की मौत पर गहरा दुख जताया है और कहा है कि उसे नहीं पता है कि भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्धीकी की मौत कैसे हुई। इसके साथ ही तालिबान ने पत्रकारों के लिए एक तरह से गाइडलाइंस भी जारी कर दिया है, कि अगर वो तालिबान के इलाके में रिपोर्टिंग करने के लिए जाएं, तो उन्हें क्या करना चाहिए।
तालिबान ने जताया दुख
तालिबान ने कहा है कि वह जानता है कि भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत कैसे हुई और उसने अफगानिस्तान के कंधार में अपने लड़ाकों और अफगान बलों के बीच संघर्ष के दौरान पुलित्जर पुरस्कार विजेता पत्रकार की मौत पर खेद व्यक्त किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने शुक्रवार को सीएनएन-न्यूज 18 को कहा कि ''हमें नहीं पता है कि किसकी तरफ से गोलीबारी में पत्रकार दानिश को गोली लगी है। और हमें जानकारी नहीं है कि आखिर कैसे भारतीय पत्रकार की मौत हुई है।
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पत्रकारों के लिए 'गाइडलाइंस'
तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने सीएनएन-न्यूज 18 को कहा कि ''युद्ध क्षेत्र में रिपोर्टिंग के लिए आने वाले किसी भी पत्रकार को हमें सूचित करना चाहिए कि वो किस तरह से आ रहे हैं। अगर कोई जर्नलिस्ट ऐसा करता है तो हम उसकी देखभाल करगें और सावधानी बरतेंगे"। आगे तालिबानी प्रवरक्ता ने सीएनएन-न्यूज 18 को कहा कि हमें भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत के लिए खेद है। हमें खेद है कि पत्रकार हमें सूचित किए बिना युद्ध क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं,"। आपको बता दें कि दानिश सिद्धीकी इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के लिए काम करते थे और शुक्रवार को तालिबान की गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी। 38 साल के दानिश शुक्रवार को पाकिस्तान की सीमा के पास चल रही अफगान सुरक्षा बलों और तालिबान लड़ाकों की मुठभेड़ को कवर करने के दौरान बीच में आ गये थे और उन्हें गोली लग गई थी।
अफगान सेना ने क्या कहा ?
वहीं, भारतीय पत्रकार दानिश की मौत के बाद अफगान कमांडर ने रॉयटर्स को बताया कि अफगान विशेष बल स्पिन बोल्डक के मुख्य बाजार क्षेत्र पर फिर से कब्जा करने के लिए ऑपरेशन को अंजाम दे रहे थे, और तालिबान की तरफ से क्रॉस फायरिंग की जा रही थी। जिसकी चपेट में पत्रकार दानिश और अफगानिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी आ गये और उन्हें गोली लग गई।
रॉयटर्स की तरफ से बयान
रॉयटर्स के अध्यक्ष माइकल फ्रिडेनबर्ग ने पत्रकार दानिश की मौत पर शोक जताया है। उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा है कि, "हम लगातार क्षेत्र के अधिकारियों के साथ संपर्क में है और पत्रकार दानिश को लेकर ज्यादा से ज्यादा जानकारी मांग रहे हैं। दानिश एक बेहतरीन पत्रकार, एक समर्पित पति और पिता थे। दफ्तर में सभी सहयोगियों का स्नेह उन्हें हासिल था और इस बेहद कठिन समय में हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है। वहीं, न्यूज एजेंसी पीटीआई ने इस मामले में जानकारी रखने वालों के हवाले से कहा है कि तालिबान ने दानिश सिद्दीकी का शव रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) को सौंप दिया है। भारत को तालिबान द्वारा आईसीआरसी को शव सौंपे जाने की सूचना दे दी गई है और भारतीय अधिकारी इसे वापस लाने पर काम कर रहे हैं।
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