UNGA में लंच टेबल पर होगा सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी का हैंडशेक!
न्यूयॉर्क। न्यूयॉर्क के स्थित यूनाइटेड नेशंस के हेडक्वार्टर पर इस समय यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (उंगा) के 73वें सत्र की शुरुआत हो चुकी है। भारत से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान की नई सरकार के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी यहां पर हिस्सा लेने के लिए पहुंच चुके हैं। पहले यहां पर दोनों की औपचारिक मुलाकात होने वाली थी लेकिन भारत की तरफ से इसे रद्द करने का ऐलान कर दिया गया। दरअसल पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की चिट्ठी के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ उंगा से अलग विदेश मंत्री स्तर की जिस वार्ता का ऐलान किया था। फिर 24 घंटे के अंदर ही उसे कैंसिल करने की भी घोषणा कर दी गई। लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि दोनों नेता लंच पर आमने-सामने हो सकते हैं। ये भी पढ़ें-भारत ने कहा उंगा में फिर पाकिस्तान अलापेगा कश्मीर का राग लेकिन नहीं होगा कोई फायदा
लंच टेबल पर होगा आमना-सामना
27 सितंबर को न्यूयॉर्क में उंगा सत्र से अलग सार्क देशों के सदस्य एक लंच पर शामिल होंगे। माना जा रहा है यहां पर सुषमा और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का हैंडशेक हो सकता है। इमरान की चिट्ठी के बाद भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ, सुषमा स्वराज सार्क देशों के विदेश मंत्रियों के लंच से अलग एक औपचारिक मुलाकात कर सकती हैं। अब जबकि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच कोई मुलाकात नहीं होने वाली है तो माना जा रहा है कि लंच पर दोनों नेता आमने-सामने आ सकते हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो भारत और पाकिस्तान के बीच जो वार्ता कैंसिल हो गई, वह किसी भी पल हो सकती है।
नए रिश्तों के लिए तैयार किया जाएगा ब्लूप्रिंट
भारत ने जम्मू कश्मीर के हालातों का हवाला देते हुए पाकिस्तान के साथ न्यूयॉर्क में होने वाली वार्ता को कैंसिल करने का फैसला किया था। लेकिन अब इस बात की संभावना है कि दोनों देशों के बीच एक अज्ञात जगह पर लो लेवल की वार्ता हो सकती है। सूत्रों की मानें तो दोनों देशों के बीच पिछले करीब तीन वर्षों से बातचीत बंद हैं। ऐसे में अब इसी रुकी हुई शांति प्रक्रिया को शुरू करने के मकसद से ही वार्ता हो सकती है। यह वार्ता न तो पाकिस्तान में होगी और न ही भारत बल्कि किसी और देश में होगी।
सेना चाहती है वार्ता हो
दोनों ही देश इस वार्ता को लो लेवल रखना चाहते हैं। हालांकि इस वार्ता में आगे की योजनाओं का ब्लूप्रिंट तैयार किया जाने की संभावना है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना भारत के साथ वार्ता के पक्ष में है लेकिन एक निर्देशित तरीके से। ऐसे में हो सकता है कि आने वाले दिनों में कुछ खास घटनाक्रम नजर आएं।