सूर्य मुस्कुरा क्यों रहा है ? NASA की दुर्लभ तस्वीर का मतलब समझिए
Sun is smiling: भारत में आज यानि 28 अक्टूबर से छठ पूजा की शुरुआत हुई है, जिसमें पहले डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और फिर उगते हुए हुए सूरज देवता को नमन करने की धार्मिक परंपरा है। ऐसे समय में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने सूर्य की एक ऐसी अनोखी तस्वीर ली है, जिसमें सूरज स्पष्ट तौर पर मुस्कुराता हुआ नजर आ रहा है। सूर्य की यह छवि ऐसी ही, जैसे कि अक्सर कई कार्टून में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, एक्सपर्ट का कहना है कि सूर्य की इस मुस्कुराहट पर मत जाइए, बल्कि इसके रौद्र रूप को देखकर धरती पर सतर्क हो जाइए। (पहली तस्वीर सौजन्य: NASA)
सूर्य मुस्कुरा क्यों रहा है ?
अमेरिकी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA)ने सूर्य की एक ऐसी तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है, जो बहुत ही अद्भुत और दुर्लभ है। क्योंकि, इस तस्वीरे में सूरज स्पष्ट रूप से मुस्कुराता हुआ नजर आ रहा है। नासा ने कहा है कि उसके सोलर डायनामिक्स ऑब्जर्वेटरी ने 'मुस्कुराते' हुए सूर्य को अपने कैमरे में कैद किया है। इसके मुताबिक पराबैंगनी किरणों में जो सूरज पर काले धब्बे दिखाई पड़ रहे हैं, उसे coronal hole कहते हैं। यहीं से तेज सौर हवाएं अंतरिक्ष की ओर बढ़ती चली जाती हैं और यहां तक कि पृथ्वी समेत दूसरे ग्रहों तक पहुंच सकती हैं।
सूर्य की मुस्कुराहट में भयावह रूप छिपा है!
लेकिन, अंतरिक्ष विशेषज्ञों की मानें तो सूर्य की 'खिलखिलाती' हुई यह तस्वीर उतनी खुशनुमा नहीं है, जैसे कि आंखों को महसूस हो रही है। जैसा कि नासा ने भी बताया है कि पराबैंगनी किरणों में दिखाई दे रहे काले धब्बे असल में coronal holes हैं, जहां से निकलने वाली तेज सौर हवाएं सौर तूफानों में तब्दील होकर पृथ्वी समेत अंतरिक्ष से होते हुए दूसरे ग्रहों तक पहुंच सकते हैं। दरअसल, सूर्य की जो चेहरे वाली आकृति बन रही है, वह coronal holes के संयोग की स्थिति का परिमाम हैं, जो कि मूल रूप से सूरज के वातावरण का खुला हुआ चुंबकीय क्षेत्र है। यह क्षेत्र आसपास के प्लाज्मा के मुकाबले ठंडे लेकिन सघन हैं।
सूरज की मुस्कुराहट में सौर तूफान की आहट
गौरतलब है कि सौर तूफान सूर्य की सतह पर चुंबकीय ऊर्जा से निकलने वाले विकिरण के बहुत ही शक्तिशाली और तीव्र विस्फोट हैं। बता दें कि 2022 में अब तक पृथ्वी का वायु मंडल कई बार शक्तिशाली सौर तूफानों का सामना कर चुका है, जिसकी वजह से दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के कई सैटेलाइट भी जल चुके हैं। स्पेसवेदर डॉट कॉम ने सूर्य पर होने वाली गतिविधियों का डेटा जुटाता रहता है। उसके मुताबिक सूर्य की इस मुस्कुराहट की वजह से 28 और 29 अक्टूबर को धरती से बहुत ही तीव्र सौर तूफान टकरा सकता है।
अंतरिक्ष यात्रियों को भी सौर तूफान से रहता है खतरा
सौर तूफान इंसानों को सीधे नुकसान तो नहीं पहुंचाता है और ना ही अबतक इससे स्वास्थ्य को नुकसान पहुचने की बात सामने आई है, लेकिन इसकी वजह से रेडियो, संचार, जीपीएस समेत विद्युत प्रणाली को गंभीर क्षति होने की आशंका बनी रहती है। हालांकि, अंतरिक्ष मिशन पर गए वैज्ञानिक या अंतरिक्ष में काम कर रहे अंतरिक्ष यात्रियों को सूर्य की शक्तिशाली चुंबकीय ऊर्जा से निकले रेडिएशन से प्रभावित होने का खतरा हो सकता है।(पहली तस्वीर के बाद की तीनों तस्वीरें प्रतीकात्मक)
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नासा ने शेयर की ये तस्वीर
नासा ने सूर्य की मुस्कुराने वाली जो तस्वीर शेयर की है, उसके कैप्शन में लिखा है, 'चीज कहिए! आज, नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने सूरज को 'मुस्कुराते हुए' देखा है। पराबैंगनी किरणों में देखे गए, सूर्य पर मौजूद इन काले धब्बों को कोरोनल होल के रूप में जाना जाता है और वह ऐसे क्षेत्र हैं, जहां से तेज सौर हवा अंतरिक्ष की ओर चली जाती है।'