तालिबान को मान्यता देने पर रुख सख्त, पीएम मोदी बोले- UN की केंद्रीय भूमिका के समर्थन में भारत
नई दिल्ली, 17 सितंबर: भारत ने अफगानिस्तान में तालिबान को मान्यता देने पर अपना सख्त रुख दिखाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस मामले में वैश्विक समुदाय को मिल-जुलकर और काफी सोच-विचार कर निर्णय लेना होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि इस मुद्दे पर भारत संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय भूमिका का समर्थन करता है। पीएम मोदी ने अफगानिस्तान पर एससीओ-सीएसटीओ (कलेक्टिव सिक्योरिटी ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन) आउटरिच समिट में भारत का यह पक्ष रखा है। इससे पहले शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में पीएम मोदी ने अफगानिस्तान के मौजूदा घटनाक्रमों के पीछे कट्टरवाद को मुख्य वजह बताया था। अब उन्होंने कहा है कि 'अफगानिस्तान में हाल में हुए घटनाक्रम की वजह से अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स और मानव तस्करी में इजाफा हो सकता है।'
तालिबान
को
मान्यता
देने
पर
भारत
का
स्पष्ट
संदेश
प्रधानमंत्री
मोदी
ने
अफगानिस्तान
की
घटनाओं
पर
चिंता
जाहिर
करते
हुए
कहा
है
कि
'हमारे
जैसे
पड़ोसी
देश
अफगानिस्तान
में
होने
वाली
घटनाओं
की
श्रृंखला
से
सबसे
ज्यादा
प्रभावित
हुए
हैं।
इसलिए
इस
संदर्भ
में
क्षेत्रीय
फोकस
और
क्षेत्रीय
सहयोग
बहुत
महत्वपूर्ण
है।'
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
तालिबान
का
बिना
जिक्र
किए
हुए
कहा
कि
'इसलिए
यह
आवश्यक
है
कि
वैश्विक
समुदाय
नई
व्यवस्था
को
मान्यता
देने
के
लिए
सामूहिक
रूप
से
और
उचित
विचार-विमर्श
के
साथ
ही
कोई
निर्णय
ले।
इस
मामले
में
भारत
संयुक्त
राष्ट्र
की
केंद्रीय
भूमिका
का
समर्थन
करता
है।'
'अफगानिस्तान
में
सत्ता
परिवर्तन
समावेशी
नहीं
है'
इसके
बारे
में
पीएम
मोदी
ने
कहा
कि
'हमें
4
मुख्य
मुद्दों
पर
ध्यान
देना
है।
पहला,
अफगानिस्तान
में
सत्ता
परिवर्तन
समावेशी
नहीं
है।
यह
बिना
बातचीत
के
हुआ।
इससे
नई
व्यवस्था
को
स्वीकार
करने
को
लेकर
प्रश्न
खड़े
होते
हैं।
महिलाओं,
अल्पसंख्यकों
और
अफगान
समाज
के
सभी
वर्गों
का
प्रतिनिधित्व
जरूरी
है।'
'अफगानिस्तान
की
धरती
का
इस्तेमाल
आतंकवाद
फैलाने
के
लिए
न
हो'
प्रधानमंत्री
मोदी
ने
कहा
है
कि
'सभी
देश
आतंकवाद
से
पीड़ित
हैं,
इसलिए
हम
सब
को
साथ
मिलकर
यह
सुनिश्चित
करना
चाहिए
कि
अफगानिस्तान
की
धरती
का
इस्तेमाल
किसी
भी
देश
में
आतंकवाद
फैलाने
के
लिए
नहीं
होना
चाहिए।
इस
मुद्दे
पर
एससीओ
के
सदस्य
देशों
को
कठोर
नियम
विकसित
करना
चाहिए।'
इसे भी पढ़ें- कट्टरता सबसे बड़ी चुनौती, SCO में बोले पीएम मोदी
...तो
हिंसा
के
दम
पर
सत्ता
हथियान
को
प्रोत्साहन
मिल
सकता
है-
पीएम
मोदी
प्रधानमंत्री
ने
सदस्य
देशों
को
साफ
आगाह
कर
दिया
कि
'अगर
अफगानिस्तान
में
अस्थिरता
और
कट्टरवाद
जारी
रहा
तो
विश्व
भर
में
आतंकवादी
और
चरमपंथी
विचारधाराओं
को
बढ़ावा
मिलेगा।
अन्य
चरमपंथी
संगठनों
को
हिंसा
के
माध्यम
से
सत्ता
हथियाने
का
प्रोत्साहन
मिल
सकता
है।'
पीएम
के
मुताबिक
ये
मानदंड
आने
वाले
समय
में
वैश्विक
आतंकवाद
विरोधी
सहयोग
के
लिए
एक
खाका
बन
सकते
हैं।
उनका
कहना
था
कि
ये
मानदंड
आतंकवाद
के
खिलाफ
जीरो
टॉलरेंस
के
सिद्धांत
पर
आधारित
होने
चाहिए।
वो
बोले
कि
सीमा
पार
आतंकवाद
और
आतंकवाद
को
वित्तीय
मदद
जैसी
गतिविधियों
पर
रोक
लगाने
के
लिए
इसकी
एक
आचार
संहिता
होनी
चाहिए।