श्रीलंका में सरकार ने लिया यू-टर्न, भारत से मांगे पैसे, करेंगे अब ये काम
आर्थिक, राजनीतिक संकटों के साथ-साथ खाद्य संकट से भी जूझ रहे श्रीलंका ने भारत से 55 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद मांगी है।
कोलंबो, 08 जूनः आर्थिक, राजनीतिक संकटों के साथ-साथ खाद्य संकट से भी जूझ रहे श्रीलंका ने भारत से 55 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद मांगी है। श्रीलंका ने यह मदद यूरिया खरीदने के नाम पर मांगी है। यूरिया की मदद से श्रीलंका धान की पैदावार बढ़ाना चाहता है। एक साल पहले गोटबाया राजपक्षे की सरकार ने देश में पूरी तरह से जैविक खेती की शुरुआत की थी लेकिन श्रीलंका में आए संकट ने सरकार को यूटर्न लेने पर मजबूर कर दिया है।
भारत मदद देने को राजी
श्रीलंकाई अधिकारी के बयान के मुताबिक देश में खेती करने के लिए यूरिया की खरीद के लिए भारत से जुड़े एक समझौते को कैबिनेट ने तैयार कर लिया है जिस पर प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के हस्ताक्षर होने हैं। वहीं, श्रीलंका की सरकार ने कहा है कि एक्जिम बैंक से 55 मिलियन अमेरिकी डॉलर श्रीलंका को देने के लिए राजी भी हो गया है। श्रीलंका को 2022-23 सीजन के लिए ये लोन यूरिया खरीद के लिए मिल रहा है।
सरकार ने उर्वरक पर लगाया प्रतिबंध
गौरतलब है कि गोटाबाया राजपक्षे सरकार द्वारा बीते साल सभी रासायनकि उर्वरकों पर देशव्यापी प्रतिबंध लगा दिया गया था। पूरी तरह से जैविक खेती में स्थानांतरित होने के बाद श्रीलंका में बड़े पैमाने पर संकट खड़ा हो गया। ऐसा अनुमान है कि जैविक खेती के फैसले से देश को 50 फीसदी फसल नुकसान का सामना करना पड़ा है। हालांकि प्रधानमंत्री रानिल विक्रम सिंघे की सरकार आने के बाद सरकार ने पिछली सभी कृषि नीतियों को रद्द कर दिया है।
श्रीलंकाई कृषि मंत्री ने मांगी थी मदद
श्रीलंका को ऋण देने के अलावा भारत अपने पड़ोसी देश को 65,000 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति भी करेगा। ताकि देश में गंभीर खाद्य संकट का सामना कर रहे किसानों की मदद की जा सके। श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने यूरिया की खेप को मंजूरी दे दी है। इससे पहले श्रीलंका के कृषि मंत्री महिंदा अमरवीरा ने देश में बढ़ते खाद्य संकट को दूर करने के लिए भारत से मदद मांगी थी। इसके बाद भारत के निर्यात पर लगे प्रतिबंधों के बावजूद श्रींलका को शिपमेंट भेजने का फैसला किया।
भारत ने की 3.5 अरब डॉलर की मदद
मंगलवार
को
देश
के
नाम
संबोधन
में
श्रीलंका
के
पीएम
विक्रमसिंघे
ने
कहा
कि
भारत,
चीन
और
जापान
हमें
सहायता
प्रदान
करने
में
अग्रणी
देश
रहा
है।
इन
देशों
से
हमारे
संबंध
हमेशा
से
मजबूत
थे
जो
अब
टूट
चुके
हैं।
हमें
इसे
फिर
से
मजबूत
करना
है।
बता
दें
कि
भारत
ने
इस
साल
श्रीलंका
को
3.5
अरब
डॉलर
से
अधिक
की
मदद
की
है।
इसके
अलावा
भारत
ने
श्रीलंका
को
भोजन,
दवा
जैसी
आवश्यक
चीजें
भी
पहुंचायी
हैं।
वे
मशहूर
गायक
जिन्हें
सिद्धू
मूसेवाला
की
तरह
गोलियों
से
भून
दिया
गया
था