कुत्ते के भौंकने जैसी है अमेरिकी धमकी, उत्तर कोरिया ने दिया जवाब
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 72वें सत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि अगर उत्तर कोरिया अपनी करतूतों से बाज नहीं आया तो उसका नामोनिशान मिटा दिया जाएगा
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा संयुक्त राष्ट्र में दिए गए भाषण पर उत्तर कोरिया ने बेहद तीखी प्रहार किया है। उत्तर कोरिया ने डोनाल्ड ट्रंप की धमकी को कुत्ते का भौंकना करार देते हुए कहा है कि वो उनसे डरने वाला नहीं है। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने कहा है कि उत्तर कोरिया अमेरिकी गीदड़ भभकियों की परवाह नहीं करता।
डोनाल्ड ट्रंप ने दी थी चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 72वें सत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि अगर उत्तर कोरिया अपनी करतूतों से बाज नहीं आया तो उसका नामोनिशान मिटा दिया जाएगा। मंगलवार रात को दिए अपने संबोधन में उन्होंने वही बातें दोहराई जो वह लगातार पिछले कुछ माह से कहते आ रहे थे। प्रतिबंधों को दरकिनार करते हुए उत्तर कोरिया ने अपना परमाणु मिसाइल कार्यक्रम जारी रखा है जिस कारण उसका पिछले कई महीनों से अमेरिका के साथ तनाव बना हुआ है।
15 सितंबर को उत्तर कोरिया ने किया था मिसाइल परीक्षण
15 सितंबर को भी उत्तर कोरिया ने जापान की सीमा में मिसाइल परीक्षण किया था। सबसे शक्तिशाली और छठे परमाणु बम के परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध तक लगा दिए हैं। संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भाग लेने पहुंचे उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो से जब पत्रकारों ने सवालों की बौछार कर दी तो उन्होंने एक कहावत से ट्रंप को जवाब दिया। री योंग हो ने कहा,'ऐसी कहावत है, हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार।' इसके बाद विदेश मंत्री री योंग अपने होटल के कमरे में चले गये। लेकिन जाते जाते उन्होंने एक और बात कही,'अगर वो लोग अपने कुत्ते के भौंकने की आवाज से हमें डराना चाह रहे हैं तो निश्चित रूप से वे लोग कुत्तों का सपना देख रहे हैं।'
भारत ने की थी आलोचना
गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी सोमवार को अमेरिका और जापान के विदेश मंत्रियों के साथ की बैठक में उत्तर कोरिया द्वारा किए जा रहे परमाणु परीक्षणों की कड़ी अलोचना की थी। उन्होंने इस बारे में पाकिस्तान और उत्तर कोरिया के संबंधों की जांच कराने की भी अपील अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की थी।
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