सऊदी अरब ने इस बार सिर्फ 1000 तीर्थयात्रियों को हज यात्रा की दी अनुमति, लेकिन इन शर्तों को करना होगा पूरा
रियाद। कोरोना महामारी को देखते हुए सऊदी अरब ने हज यात्रा पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब सोमवार को सऊदी अरब की ओर से इस बात का ऐलान किया गया है कि इसे एक बार फिर से शुरू किया जाएगा। हालांकि अलग-अलग देशों के सिर्फ 1000 तीर्थयात्रियों को हज की इजाजत दी जाएगी। सरकार की ओर से कहा गया है कि जो लोग पहले से ही सऊदी अरब में हैं, उन्हें ही हज की इजाजत होगी। ऐसा पहली बार है जब सऊदी अरब ने दूसरे देश के लोगों को हज में शामिल नहीं करने का फैसला लिया है और सिर्फ उन्हीं लोगों को हज की इजाजत दी गई है जो पहले से ही सऊदी अरब में हैं। लेकिन सऊदी अरब सरकार के इस फैसले का दूसरे देश के मुसलमान विरोध कर रहे हैं।
बता दें कि पिछले वर्ष तकरीबन 25 लाख तीर्थयात्रियों ने हज की यात्रा की थी, ऐसे में मौजूदा समय में सिर्फ 1000 तीर्थयात्रियों को ही हज की अनुमति दी गई है, जोकि पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम है। सऊदी अरब की ओर से यह भी साफ नहीं किया गया है कि किस आधार पर इस वर्ष हज के लिए लोगों का चयन किया जाएगा, जोकि 29 जुलाई से शुरू हो रही है। हज मंत्री मोहम्मद बेंतेन ने रियाद में पत्रकारों से बताया कि तीर्थयात्रियों की संख्या तकरीबन 1000 होगी, ये थोड़ी कम और ज्यादा भी हो सकती है। इ वर्ष हाजियों की संख्याा हजारों में नहीं होगी।
स्वास्थ्य मंत्री तौफिल अल रबिआ ने बताया कि सिर्फ उन्हीं लोगों को हज की अनुमति होगी जिनकी उम्र 65 वर्ष से कम है और उन्हें किसी भी तरह की बीमारी नहीं है। यहां आने से पहले हर किसी का कोरोना टेस्ट होगा और तमाम परंपराओं को करने के बाद उन्हें क्वारेंटीन करना भी अनिवार्य होगा। बता दें कि सऊदी अरब की सरकार ने यह फैसला ऐसे समय लिया है जब यहां कोरोना के मामले 161000 तक पहुंच गए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 1300 तक पहुंच गई है। गल्फ देशों की बात करें तो सबसे अधिक कोरोना के मामले सऊदी अरब में ही हैं।