Russia-Ukraine Row: जर्मन ब्रॉडकास्टर का बड़ा दावा- 'गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं पुतिन, लेते हैं हैवी Steroids'
मॉस्को, 23 फरवरी। इस वक्त यूक्रेन-रूस के बीच तनातनी चल रही है, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार अपने बयानों की वजह से पूरी दुनिया में इस वक्त सुर्खियों में बने हुए हैं तो वहीं उनकी हेल्थ को लेकर एक बड़ी बात सामने आई है। वैसे तो पुतिन दुनिया के लिए फिटनेस आईकॉन हैं लेकिन मॉस्को में जर्मन ब्रॉडकास्टर एआरडी के स्टूडियो के पूर्व डायरेक्टर उडो लिलिस्की ने उनके स्वास्थ्य को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
'पुतिन पार्किंसंस बीमारी से जूझ रहे हैं'
उडो लिलिस्की ने दावा किया है कि 'पुतिन पार्किंसंस बीमारी से जूझ रहे हैं और वो इससे निपटने के लिए हैवी स्टेरॉयड ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुतिन को देखने के बाद वो मुझे बीमार लगे, वो वैसे नजर नहीं आए जैसे कि वो दो महीने पहले थे। सोमवार रात रशियन टीवी पर प्रसारित एक टॉक शो में लिलिस्की ने ये बातें कहीं। मालूम हो कि लिलिस्की ने साल 2014-2018 के बीच जर्मन टीवी स्टेशन के डायरेक्टर रहे हैं और वो विदेशी मीडिया के बड़े चेहरों में से एक हैं।'
'पुतिन का स्टेरॉयड के जरिए इलाज चल रहा है'
अपनी डिबेट में लिलिस्की ने कहा कि 'ये बात मैं ही नहीं कह रहा हूं बल्कि पुतिन को लेकर इस तरह का दावा मिस फिओना हिल की किताब 'Mr. Putin: Operative in the Kremlin' में भी किया गया है। मिस हिल रूस-यूरेशिया के लिए National Intelligence के तौर पर काम कर चुकी हैं और वो US National Security Council की निदेशक भी रहीं हैं, ऐसे में उनकी बातें हवा में या कयासों पर तो बेस्ड नहीं हो सकती हैं ना, उन्होंने अपनी किताब में साफ तौर पर कहा है कि पुतिन का स्टेरॉयड के जरिए इलाज चल रहा है।'
'पुतिन की बीमारी का बड़ा कारण अकेलापन है'
लिलिस्की ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि हिल का अनुमान है कि पुतिन की बीमारी का बड़ा कारण अकेलापन है। उनका मानना है कोविड की वजह से वो लोगों से दूर हो गए हैं। वो बहुत रूड व्यक्ति हैं लेकिन इसके साथ ही नो काफी इमोशनल भी हैं और इसी वजह से वो बीमार पड़े गए।
'पुतिन का फैसला गलत है'
लिलिस्की ने कहा कि अगर हिल की बातें सही हैं तो वाकई में ये निराशा वाली बात है। शायद इसी वजह से वो अजीब-अजीब बयान दे रहे और बेसिर-पैर वाले फैसले ले रहे हैं। दरअसल लिलिस्की ने पुतिन के यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुहान्स्क को अलग देश बनाने वाले फैसले का विरोध किया है और कहा है कि ये बहुत ही गलत निर्णय है।
क्या है पार्किंसंस बीमारी?
पार्किंसंस एक तरह की न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिससे बॉडी में कंपन होने लगता है। मरीज के अंग पर उसका कंट्रोल नहीं रहता है। जिसकी वजह से मरीज को खाना खाने में तकलीफें होती है। भोजन निगलने में परेशानी होती है।इसके पीछे कारण आमतौर पर अनुवाशिंक ही होता है लेकिन नींद में कमी, वजन में कमी, कब्जियत, जल्दी सांस भर आना, पेशाब करने में रुकावट, चक्कर आना, सेक्स में कमजोरी, जोड़ों में दर्द आदि भी इस बीमारी का कारण हैं।