यूक्रेन जंग में ईरानी ड्रोन Shahed-136 ने मचाई तबाही! UK ने पुतिन की सेना पर लगा दिया बड़ा आरोप
जंग में कभी यूक्रेन तो कभी रूस का पलड़ा भारी होता दिखाई दे रहा है। यूक्रेन की धरती पर ईरानी ड्रोन की मदद से रूस कीव के शहरों को तबाह और बर्बाद कर रहा है। इसको लेकर क्रेमिलीन पर बड़े आरोप लगाए जा रहे हैं।
यूक्रेन जंग (Ukraine russia conflict) के कारण तीसरा विश्व युद्ध छिड़ सकता है, ऐसा अनुमान कई देश लगा रहे हैं। रूस कह चुका है कि अगर यूक्रेन NATO सदस्य देशों में शामिल होता है तो थर्ड वर्ल्ड वॉर को कोई नहीं रोक सकता है। वहीं दूसरी तरफ वाशिंगटन का कहना है कि यूरोप और अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच मास्को ईरान से ड्रोन लेकर यूक्रेन पर प्रहार कर रहा है। ब्रिटेन ने भी आरोप लगाया है कि, क्रेमिलन ईरानी निर्मित शहीद-136 ड्रोन का यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है।
यूक्रेन जंग में ईरानी ड्रोन
जंग में कभी यूक्रेन तो कभी रूस का पलड़ा भारी होता दिखाई दे रहा है। यूक्रेन की धरती पर ईरानी ड्रोन की मदद से रूस कीव के शहरों को तबाह और बर्बाद कर रहा है। इसको लेकर क्रेमिलीन पर बड़े आरोप लगाए जा रहे हैं। ड्रोन हमले को लेकर यूके रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि, यूक्रेन ईरानी ड्रोन-136 का बड़ी बहादुरी से डटकर मुकाबला कर रहा है। मंत्रालय ने बताया कि कि वोलोदिमीर जेलेंस्की की सेना जंग के मैदान में रूस द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे ईरानी ड्रोन को खत्म कर रहे हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की समेत आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि रूस के 85 प्रतिशत हमलों को रोका गया है।
शहीद-136 ड्रोन की खासियत
मंत्रालय का कहना है कि, अन्य ड्रोन की तुलना में कम ऊंचाई पर उड़ने वाले शहीद-136 ड्रोन कम आवाज करता है और अपने दुश्मनों पर अचूक प्रहार करता है। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि, मास्को ईरानी हथियारों का उपयोग अपने लंबे दूरी वाले खतरनाक हथियार के विकल्प के तौर पर जंग में इस्तेमाल कर रहा है।
यूक्रेन में मची ईरानी ड्रोन से तबाही
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से रूस यूक्रेन पर ताबड़तोड़ मिसाइल और ईरानी घातक ड्रोन से हमले किए जा रहा है। हालांकि, क्रेमलिन ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि रूस ईरानी हथियारों का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ कर रहा है। बता दें कि, जब से क्रीमिया और रूस को जोड़ने वाले पुल को तबाह किया गया है उसके बाद से यूक्रेन की हालत खराब हो गई है। रूस पागलों की भांति कीव के शहरों पर ताबड़तोड़ हमला किए जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र के समक्ष रूस को आतंकी देश घोषित करने की बात कही है। वहीं, यूक्रेन जल्द से जल्द नाटो के सदस्य देशों में शामिल होना चाहता है। वहीं, रूस का कहना है कि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल होता है तो तीसरा विश्व युद्ध संभव है।
खतरनाक ड्रोन जो यूक्रेन को कर रहा तबाह
यूक्रेन जंग में रूस ने ड्रोन का इस्तेमाल करके कीव के शहरों में भारी तबाही मचाई। कहते हैं कि यह ड्रोन ईरान ने रूस को दिया है। यह ड्रोन काफी खतरनाक बताया जा रहा है। खबर के मुताबिक यूक्रेन के पास इस ड्रोन की कोई काट भी नहीं है। अमेरिका का आरोप है कि, ईरान रूसी सैनिकों को प्रशिक्षित करने में मदद कर रहा है। अमेरिका का कहना है कि ईरान अब क्रीमिया की धरती से यूक्रेन को तबाह करने के लिए रूस की मदद कर रहा है। वह ड्रोन लॉन्च करने में रूसी सैनिकों की मदद कर रहा है।
अमेरिका का बड़ा आरोप
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि 2014 में रूस द्वारा कब्जा किए यूक्रेन क्षेत्र क्रीमिया में ईरानी प्रशिक्षकों और तकनीकी सहायता को रखा है जो रूसी सैनिकों की सहायता कर रहे हैं। हालांकि, व्हाइट हाउस ने क्रीमिया में कम संख्या में ईरानी कर्मियों के होने की बात कही है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि तेहरान अब सीधे जमीन पर हथियारों के माध्यम से रूस के साथ जुड़कर यूक्रेन में नागरिकों, बुनियादी ढांचे को प्रभावित कर रहा है। किर्बी ने जोर देते हुए कहा कि अमेरिका ईरान को बेनकाब कर देगा, कि वह यूक्रेन के खिलाफ अपने हथियारों का इस्तेमाल करके रूस की मदद कर रहा है और यूक्रेन को बर्बाद कर रहा है। वह ईरान को रोकने के लिए हर तरह के प्रयास करने जा रहा है। वहीं, तेहरान ने मास्को को ड्रोन की आपूर्ति करने या उन्हें लॉन्च करने में मदद करने से इनकार किया है।