जल्द अमेरिका पर होगा एक और 9/11 जैसा हमला!
वाशिंगटन। 9/11, सितंबर 2001 में अमेरिका पर एक ऐसा हमला हुआ जिसने न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्वीन टावर्स और पेंटागन पर हुए हमले में 3,000 से ज्यादा मौतें हुर्इ। अमेरिका को 10 बिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
अब फिर से अमेरिका पर एक ऐसे ही हमले के बादल घिरने लगे हैं। ऐसा एक और हमला अमेरिका को बर्बाद करने या यों कहें खत्म करने के लिए काफी होगा।
9/11 हमलों के 13 वर्ष पूरे होने के साथ ही हो सकता है कि अमेरिका को फिर से ऐसे ही हमलों से दहला दिया जाए। आईएसआईएस, जून से इराक में तबाही मचाने वाला आतंकी संगठन अब अमेरिका को बर्बाद करने की कसम खा चुका है।
आईएसआईएस की बढ़ती ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद राष्ट्रपति बराक ओबामा और अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल मान चुके हैं कि आईएसआईएस को खत्म करना आसान नहीं है और यह संगठन उनकी सोच से कहीं आगे है। एक नजर उन खास वजहों पर जिनकी वजह से अमेरिका पर दोबारा मुसीबत बढ़ती नजर आ रही है।
अमेरिकी फौजें बढ़ीं सीरिया की ओर
अमेरिकी सेनाएं सीरिया की ओर से कूच कर चुकी हैं। सीरिया पर हमलों की बात सुनकर आईएसआईएस ने अमेरिका को नई चेतावनी दी है। इस चेतावनी में उसने पूरे अमेरिका को तबाह करने की धमकी दे डाली है।
बौखलाया अबु बकर अल बगदादी
अमेरिका ने पहले इराक पर हवाई हमला किया और अब वह सीरिया पर हवाई हमलों की तैयारी कर चुका है। इराक में आईएसआईएस की कमर अब अमेरिकी फाइटर जेट्स तोड़ने लगे हैं। अमेरिकी कार्रवाई से आईएसआईएस बौखला गया है।
आसान नहीं आईएसआईएस का खात्मा
खुद बराक ओबामा मान चुके हैं कि आईएसआईएस को इतनी जल्दी खत्म करना आसान बात नहीं है। ओबामा ने आईएसआईएस को एक कैंसर की तरह करार दिया है जिसे खत्म करने में काफी मुश्किलें आने वाली हैं।
आर्थिक तौर पर मजबूत, ट्रेन्ड ग्रुप
अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने पिछले दिनों कहा कि अभी तक अमेरिका ने जितने भी आतंकी संगठन देखे हैं, आईएसआईएस सबसे आगे है। हेगल के मुताबिक यह संगठन आर्थिक और मानसिक तौर पर बेहद मजबूत है। साथ ही इसमें शामिल लड़ाकों को बेहतरीन ट्रेनिंग भी मिली हुई है।
ब्रिटेन और अमेरिकी भी आईएसआईएस का हिस्सा
अमेरिका की ओर से आए बयान पर अगर यकीन करें तो 100 अमेरिकियों और हजारों ब्रिटिश युवाओं के अलावा आईएसआईएस में 50 देशों के 12,000 युवा शामिल हो चुके हैं। अब यह संगठन अल कायदा के मुकाबले कहीं ज्यादा ताकतवर हो चुका है। अमेरिकी विशेषज्ञों को डर है कि इस बार अमेरिका और ब्रिटेन के नागरिक ही अमेरिका के लिए खतरा बन सकते हैं।
चुपचाप हो रही हैं सारी गतिविधियां
आईएसआईएस की ओर से अमेरिका को जो धमकी दी गई है, उसके मुताबिक आईएसआईएस ने अपना एक हेडक्वार्टर अमेरिका में भी बनाया हुआ है। वहां पर मौजूद उसका एक एजेंट उसे पल-पल की जानकारी मुहैया करा रहा है। अमेरिका अभी तक इस हेडक्वार्टर का पता नहीं लगा सका है।
जेम्स फॉली के कत्ल के साथ सामने आई सच्चाई
पिछले दिनों जब अमेरिकी पत्रकार जेम्स फॉली के कत्ल का दर्दनाक वीडियो सामने आया तो व्हाइट हाउस की ओर से एक बयान जारी किया गया। इस बयान के मुताबिक सीरिया में अमेरिका की ओर से जेम्स को रिहा कराने के लिए जो सैन्य अभियान चलाया गया था, उसमें अमेरिका को सफलता नहीं मिल सकी थी। साफ है कि अमेरिकी फौजें भी सीरिया में आईएसआईएस का सामना नहीं कर सकी थीं।
अमेरिका के लिए दोहरी मुसीबत
आईएसआईएस ने इस समय 80 अमेरिकियों और ब्रिटिश नागरिकों को बंधक बना रखा है। यह अमेरिका के लिए सबसे ज्यादा खतरे की बात है क्योंकि दोनों ही में हार सिर्फ अमेरिका की होगी। अगर अमेरिका आईएसआईएस की मांगे मान लेता है तो उसे 'लेडी अलकायदा' आफिया सिद्दकी जैसे खतरनाक आतंकियों को रिहा करना पड़ेगा। अगर वह नहीं करता है तो इन्हीं बंधकों को आईएसआईएस अमेरिका के खिलाफ प्रयोग करेगा।