पीएम मोदी ने जी-20 समिट में बताया आतंक के खात्मे का प्लान
जी-20 सम्मेलन में आंतकी संगठनों का नाम लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इनके नाम अलग-अलग है लेकिन सबका काम नफरत फैलाना और नरसंहार करना है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 सम्मेलन में आतंकवाद का मुद्दा उठाया और सदस्य देशों से आतंकवाद के खात्म के लिए साथ आने की अपील की। पीएम मोदी ने अपनी स्टेटमेंट में पाकिस्तान को निशाने पर लिया और कहा कि कुछ देश आतंक और आतंकवादियों का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए करते हैं।
जी-20 सम्मेलन में आंतकी संगठनों का नाम लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इनके नाम अलग-अलग है लेकिन सबका काम नफरत फैलाना और नरसंहार करना है। पीएम मोदी ने अपनी बात रखते हुए आतंकवाद को दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताया वहीं जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल ने इस विषय को चुनने के लिए उनकी प्रशंसा की। नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ दस सूत्रिय एजेंडा पेश किया।
पीएम मोदी ने बताया आतंकवाद से लड़ने का प्लान
1-जी-20 देशों को आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में सहयोग और बढ़ाना होगा।
2-जी-20 देशों को नेशनल सिक्यॉरिटी एडवाइजर ऑन काउंटर टेररिजम जैसी मशीनरी का गठन करना चाहिए।
3- आतंकवादियों तक पहुंचने वाले हथियारों के श्रोतों को बंद करना होगा, इससे आतंक पर लगाम लगेगी।
4- कट्टरता के खिलाफ सदस्य देशों को कड़े कदम उठाने होंगे इससे भी काफी हद तक लगाम लगेगी।
5- सदस्य देशों को आतंकियों को मिलने वाली वितीय मदद के सोर्स पर भी रोक लगाने के लिए कोशिशें करनी होंगी।
6-यूनाइटेड नेशन सिक्यॉरिटी काउंसिल रेजॉल्यूशन तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रक्रियाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना।
7-अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन को जल्दी अपनाना होगा।
8- आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ निवारक कार्रवाई करनी होगी और उनके अधिकारियों को जी-20 सम्मेलन में प्रवेश पर रोक लगानी होगी।
9- सदस्य देशों को संदिग्ध आतंकियों की जानकारी साझा करनी होगी।
10-आतंकवादियों से संबंधित प्रभावकारी सहयोग के लिए कानूनी प्रक्रिया जैसे कि प्रत्यर्पण को सरल और ज्यादा तेज गति का बनाना