चीन की सबसे बड़ी नदी सूखी तो बाहर निकले भगवान बुद्ध, जानिए चीनी समाज में कितनी गहरी है बौद्ध धर्म की जड़ें?
बीजिंग, 21 अगस्तः यूरोप के बाद अब चीन भीषण गर्मी से तबाह है। चीन के कई शहरों में तापमान की बढोतरी नित दिन नए रिकॉर्ड बना रही है। तेजी से बढ़ रहे तापमान की वजह से चीन ने साल का पहला राष्ट्रीय सूखा अलर्ट भी जारी किया है। गर्मी की वजह से चीन की कई नदियां भी सूख रही हैं। इस बीच एशिया की सबसे बड़ी नदी भी लगभग तीन चौथाई सूख चुकी है। यांग्तजी नदी के गिरते जलस्तर के कारण चीन के दक्षिण पश्चिम शहर चोंगकिंग में एक जलमग्न द्वीप और उस पर बौद्ध मूर्तियां मिली हैं।
600 साल पुरानी हैं बौद्ध मूर्तियां
ये तीनों बौद्ध मूर्तियां एक चट्टान में बड़ी खूबसूरती से तराशी गईं हैं। सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक ये मूर्तियां लगभग 600 साल पुरानी हो सकती हैं। ये मूर्तियां फोयेलियांग नामक द्वीप चट्टान के पाई गईं, जिन्हें शुरू में मिंग और किंग राजवंशों के दौरान निर्मित के रूप में पहचाना गया था। इनमें से एक में कमल के आसन पर बैठे एक साधु को दर्शाया गया है।
WATCH: The Yangtze River’s plunging water levels revealed a submerged island in the Chinese city of Chongqing and a trio of Buddhist statues on it that are believed to be 600 years old https://t.co/HFd16xNqmT pic.twitter.com/iKouZiZJi4
— Reuters Asia (@ReutersAsia) August 21, 2022
चीन में 66 नदियों का जलस्तर हुआ कम
चीन में ये मूर्ति मिलने की वजह भीषण गर्मी के कारण नदी का जलस्तर कम होना है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में जलवायु परिवर्तन की वजह से तापमान बढ़ रहा है और गर्मी के प्रकोप से जियांग्शी प्रांत में पोयांग झील ही नहीं, बल्कि उसके अलावा 34 काउंटी में 66 नदियों का पानी कम हो गया है। इससे नदियां सिकुड़ गईं हैं। चीनी सरकार ने पिछले दिनों यांग्त्ज़ी डेल्टा नदी को लेकर येलो अलर्ट जारी किया।
90 करोड़ लोग लू से प्रभावित
चीन के सरकारी वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है, कि चीन में जमीन का तापमान वैश्विक औसत के मुकाबले तेजी से बढ़ रहा है और अभी जो गर्मी की लहर चल रही है, वो साफ तौर पर ग्लोबल वार्मिंग का असर है और इसके प्रभावों ने चिंताएं बढ़ा दी है। इस महीने की शुरुआत में चीन के राष्ट्रीय जलवायु केंद्र ने कहा कि, जून के मध्य से देश में लगभग 90 करोड़ लोग लू से प्रभावित हुए हैं।
बारिश कराने के प्रयास में जुटे वैज्ञानिक
हुबेई के प्रांतीय आपातकालीन प्रबंधन विभाग के मुताबिक चीन के हुबेई प्रांत में 42 लाख लोग गंभीर सूखे से पीड़ित हैं। हर दिन यहां डेढ़ लाख लोगों तक सरकार द्वारा पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है। इतने कम पानी की वजह से यहां खेती करना लगभग असंभव हो चुका है। जमीन में दरारें पड़ने लगी हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की यांग्त्शी नदी लगभग सूख चुकी है। एशिया की सबसे बड़ी इस नदी में पानी लाने के लिए चीनी वैज्ञानिक प्रयास में जुट गए हैं। चीनी वैज्ञानिक बादल बनाने और बारिश लाने के लिए सिल्वर आयोडाइड छड़ को आसमान में विमान से छोड़ रहे हैं।