ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ तैयार हुई वैक्सीन, फाइजर-बायोएनटेक शुरू करने जा रहा ट्रायल
नई दिल्ली, 25 जनवरी: कोरोना महामारी दो साल बाद भी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पूरी दुनिया इस वायरस से तंग आ चुकी है। एक के बाद एक वायरस के नए वैरिएंट देशों की चिंता बढ़ा रहे हैं। डेल्टा के जूझने के बाद अब विश्वभर में ओमिक्रॉन ने अपना कहर बरपाया हुआ है। ऐसे में अब ओमिक्रॉन वैक्सीन को लेकर फाइजर और बायोएनटेक ने ट्रायल शुरू कर दिया है। फाइजर और बायोएनटेक ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए बताया कि 55 साल तक के वयस्कों में अपनी ओमिक्रोन के खिलाफ अपनी वैक्सीन की सेफ्टी और इम्यून रिस्पांस की जांच करने के लिए क्लिनिकल ट्रायल के लिए वॉलंटियर्स का एनरोलमेंट शुरू कर दिया है।
फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बौर्ला ने पहले एक सम्मेलन में कहा था कि फार्मास्युटिकल दिग्गज मार्च तक शॉट के नियामक अनुमोदन ( regulatory approval) के लिए फाइल करने के लिए तैयार हो सकते हैं। कंपनी के वैक्सीन रिसर्च के चीफ कैथरीन जेनसन ने एक बयान में कहा कि वर्तमान आंकड़ों से पता चलता है कि मूल कोविड स्ट्रेन के खिलाफ बूस्टर ओमिक्रॉन के साथ गंभीर परिणामों से रक्षा करना जारी रखते हैं। कंपनी सावधानी से काम कर रही थी।
ट्रायल में 18-55 आयु वर्ग के 1,420 लोग
कैथरीन जेनसन ने आगे कहा कि हम समय के साथ इस सुरक्षा के कम होने की स्थिति में तैयार रहने की आवश्यकता को समझते हैं और भविष्य में ओमिक्रॉन और नए वैरिएंट के संभावित रूप से मदद करते हैं। जर्मन बायोटेक कंपनी बायोएनटेक के सीईओ उगुर साहिन ने कहा कि हल्के और मध्यम कोविड के खिलाफ ओरिजनल टीके की सुरक्षा ओमिक्रॉन के खिलाफ अधिक तेजी से घटती दिखाई दी। उन्होंने कहा कि यह अध्ययन एक वैरिएंट-आधारित वैक्सीन विकसित करने के लिए हमारे विज्ञान-आधारित दृष्टिकोण का हिस्सा है, जो ओमिक्रॉन के खिलाफ समान स्तर की सुरक्षा प्राप्त करता है जैसा कि पहले के वैरिएंट के साथ किया गया था, लेकिन सुरक्षा की लंबी अवधि।" ट्रायल में 18-55 आयु वर्ग के 1,420 लोग शामिल होंगे।
वॉलंटियर्स की इम्यून रिस्पांस की जांच करना
फाइजर के एक प्रवक्ता ने एएफपी को बताया कि इसमें 55 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को शामिल नहीं किया गया था, क्योंकि अध्ययन का लक्ष्य टीके की प्रभावशीलता का अनुमान लगाने के बजाय वॉलंटियर्स की इम्यून रिस्पांस की जांच करना था। वॉलंटियर्स को तीन समूहों में विभाजित किया गया है। पहले में वे लोग शामिल हैं जिन्हें एनरोलमेंट से 90-180 दिन पहले मौजूदा फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन की दो खुराकें मिली थीं, और उन्हें ओमिक्रॉन वैक्सीन की एक या दो खुराकें मिलेंगी।
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USA और दक्षिण अफ्रीका में हो रहा ट्रायल
दूसरा वे लोग होंगे जिन्हें अध्ययन से 90-180 दिन पहले वर्तमान टीके की तीन खुराकें मिलीं और या तो मूल शॉट की एक और खुराक या ओमिक्रॉन-विशिष्ट वैक्सीन प्राप्त करेंगे। तीसरा और अंतिम समूह वे लोग हैं जिन्हें पहले कभी कोविड वैक्सीन नहीं मिली है, और उन्हें ओमिक्रॉन-विशिष्ट वैक्सीन की तीन खुराकें मिलेंगी। ट्रायल USA और दक्षिण अफ्रीका में हो रहा है।