महिलाओं को खास ट्रेनिंग दे रहा है चीन, बना ली है 'सेना'
नई दिल्ली। आज यानी 1 अगस्त को चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए के गठन को 90 साल पूरे हो गए हैं। पीएलए ने महिलाओं की एक ऐसी सैन्य टुकड़ी तैयार की है, जो बेहद ठंडे पहाड़ी इलाकों और ऊंची-ऊंची समुद्री लहरों का भी सामना करने में सक्षम हैं। हालांकि, पीएलए की तरफ से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि महिलाओं की इस सेना को जंग में तैनात किया जाएगा या नहीं।
इसी महिला सेना की टुकड़ी की एक 20 साल की महिला वी लिंगली ने चीनी मीडिया से बातचीत में कहा है- हम महिलाएं हैं, लेकिन मजबूत हैं। मेरे शरीर का आकार भले ही मामूली बदला हो, लेकिन मेरी मांसपेशियों में काफी बदलाव आ गया है। उन्होंने यह बात अपने दोनों हाथों में 18-18 किलोग्राम की पानी की बोतलें उठाते हुए कही।
सिर्फ दिखाने के लिए भर्ती होती थीं महिलाएं
आपको बता दें कि शुरुआत में महिलाओं को सेना में सिर्फ इसलिए भर्ती किया जाता था, ताकि इनकी वजह से आधिकारिक परेड और मिलिट्री बैंड्स देखने में अच्छे लगें, लेकिन तब से लेकर अब तक पीएलए ने अपने आप में काफी बदलाव कर लिया है। बीते कुछ समय से पीएलए ने इन महिलाओं को खास ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है। यूं तो इस टुकड़ी का गठन 2013 में कर लिया गया था, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि महिलाओं की इस सैन्य टुकड़ी में कितनी महिलाएं हैं।
चीनी सेना ने रविवार को जमकर शक्ति प्रदर्शन किया था। शिन्हुआ न्यूज के मुताबिक झुरिहे मिलिट्री बेस पर एक बड़ी मिलिट्री परेड भी निकाली गई। इस परेड के दौरान चीन ने अपनी ताकत दिखाने के लिए कंवेंशनल मिसाइल, न्यूक्लियर मिसाइल और इसके अलावा कंवेंशनल और न्यूक्लियर दोनों ही हमलों की मिसाइल का प्रदर्शन किया।
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हेलिकॉप्टर से बनाया '90'
इस परेड में सभी वाहनों पर तीन झंड लगे हुए हुए थे, जो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के थे। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने खुद ही एक खुले छत वाली जीप से सैन्य शक्ति का मुआयना किया। परेड के दौरान पीपल्प लिबरेशन आर्मी की स्थापना को 90 साल पूरे होने को दिखाते हुए हेलिकॉप्टर से आसमान में 90 अंक का भी प्रदर्शन किया गया।
'जंग के लिए तैयार रहो'
इस कार्यक्रम में मौजूद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी सेना से युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है जब खुद राष्ट्रपति जिनपिंग ने सेना की वर्दी पहनकर सैन्य टुकड़ियों का मुआयना किया है। 1 अगस्त को आर्मी डे मनाया जाना है और उससे पहले इस तरह की परेड होना 1949 के कम्युनिस्ट आंदोलन के बाद पहली बार ऐसा हुआ माना जा रहा है। चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी पैदल सेना है और अब चीन पैदल सेना की संख्या घटाकर तकनीकी विकास पर जोर दे रहा है।
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भारत-चीन आमने-सामने
वहीं दूसरी ओर, डोकलाम सीमा पर लगभग दो महीने से भारत और चीन की सेनाएं आमने सामने हैं। चीनी मीडिया और अधिकारियों की तरफ से बार-बार युद्ध की धमकियां मिलने के बीच चीनी सेना का शक्ति प्रदर्शन कई सवाल खड़े करता है। सैनिकों को संबोधित करते हुए जिनपिंग ने कहा- पीपल्प लिबरेशन आर्मी को जंग की तैयारियों को ही एक मात्र पैमाना बनाना चाहिए। फोकस हमेशा जंग की तैयारियों पर होना चाहिए। वह ऐसी सेना चाहते हैं जो जंग के लिए हमेशा तैयार रहे और हमेशा जीत हासिल करे।