पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट में बड़ा बवाल, इमरान खान पर सुनवाई करने से सीनियर जज को रोका गया
पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में प्रधानमंत्री इमरान खान पर चीफ जस्टिस और सीनियर जज के बीच विवाद हो गया है
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट में बहुत बड़ा बवाल मच गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट दो हिस्सो में बंट गया है और सियासी पार्टियां भी सुप्रीम कोर्ट के ऊपर निशाना साधने लगी हैं। दरअसल, ये बवाल तब शुरू हुआ है जब पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने सुप्रीम कोर्ट के ही दूसरे सीनियर मोस्ट जज को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान पर सुनवाई करने से मना कर दिया। जिसके बाद अब पाकिस्तानी की सियासी पार्टियों ने सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस पर निशाना साधते हुए कहा कि चीफ जस्टिस के इस फैसले से न्याय की पूरी व्यवस्था और न्यायपालिका के सम्मान को खतरे में डाला जा रहा है।
पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट में बवाल
पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के एक सीनियर जज हैं, नाम है जस्टिस काज़ी फैज इशा। जिन्हें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से जुड़े मामलों में सुनवाई करने से पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने रोक दिया है। चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान (CJP) ने अपने लिखित आदेश में बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से संबंधित कोई भी आदेश जस्टिस काजी फैज इशा नहीं सुनेंगे। विश्व न्यायिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने सुप्रीम कोर्ट के ही किसी जज के खिलाफ लिखित आदेश पास किया है, कि वो देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ सुनवाई नहीं करेगा।
दरअसल, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पैसों से संबंधित एक मुकदमा चल रहा है। जिसकी सुनवाई के दौरान जस्टिस इशा ने अपने वाट्सएप पर आये कुछ दस्तावेजों को कोर्ट में पेश कर दिया। साथ ही ये भी कह दिया कि वो दस्तावेज कितने सही हैं, इसे सत्यापित वो नहीं कर रहे हैं। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने जस्टिस इशा को प्रधानमंत्री से संबंधित किसी भी मुकदमे की सुनवाई करने से मना कर दिया। न्यायिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक चीफ जस्टिस ने दूसरे जज को किसी नेता के खिलाफ सुनवाई करने से रोक लगाई है। मगर, पाकिस्तानी राजनीति में भी सुप्रीम कोर्ट के इन फैसलों से तहलका मच चुका है।
पाकिस्तान की राजनीति में बवाल
पीएमएल पार्टी की नेता और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मरियम नवाज ने कहा है कि 'पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट एक अयोग्य और अविश्वसनीय आदमी के लिए अपनी प्रतिष्ठा, न्यायिक व्यवस्था और न्यायपालिका के सम्मान को ठेस पहुंचा रही है'। दरअसल, पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में एक पैसों से संबंधित एक मुकदमा चल रहा है। मुकदमा ये है कि इमरान खान सरकार ने सांसदों को दी जाने वाली राशि को देने से मना कर दिया है। जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चल रहा है और फिर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस इशा को मुकदमे की सुनवाई से रोक दिया गया।
CJP और जस्टिस इशा आमने-सामने
बताया जा रहा है कि इससे पहले भी जस्टिस इशा इमरान खान सरकार को लेकर कई विपरीत फैसले सुना चुके हैं। वहीं, अब जस्टिस इशा ने सुप्रीम कोर्ट के रजिस्टार को चिट्ठी लिखकर पूछा है कि जिस मुकदमे की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की बेंच में वो भी शामिल थे उसका जजमेंट उनतक पहुंचने से पहले मीडिया तक कैसे पहुंच गया जबकि उन्होंने उस जजमेंट को अभी तक पढ़ा नहीं है। जस्टिस इशा ने रजिस्टार से पांच सवाल पूछे हैं और हैरानी जताते हुए सवाल किया है कि आखिर किसके इशारे पर उनसे जूनियर जज से तो सिग्नेचर ले लिया गया मगर जजमेंट को उनतक भेजा भी नहीं गया। यानि, पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के अंदर मचा ये बवाल अभी लंबे वक्त तक चलने की संभावना दिखाई दे रही है।