US के दबाव में आकर पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद को दिया झटका, पार्टी पर मंडराया खतराया
इस्लामाबाद। आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर अमेरिका के दबाव का असर देखने को मिल रहा है। लश्कर नेता हाफिज सईद की राजनीतिक पार्टी को रद्द करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने कोर्ट से गुजारिश की है। पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद की मिल्ली मुस्लिम लीग को राजनीति पार्टी का दर्जा नहीं देने के लिए कोर्ट से मांग की है। इससे पहले अमेरिका हाफिज सईद की पार्टी को आतंकी लिस्ट में शामिल करने की बात कही थी।
पाक सरकार ने जताई आपत्ति
पाकिस्तान के गृह मंत्री ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट को एक लेटर लिखकर हाफिज सईद की उस याचिका को खारिज करने की मांग की है, जो उसने कोर्ट से अपनी पार्टी को राजनीति मान्यता प्रदान करने की सिफारिश की थी। द डॉन न्यूज पेपर के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार ने कोर्ट से हाफिज सईद की शाखा को प्रतिबंधित बताते हुए उसकी याचिका पर विचार ना करने और उसे तुरंत खारिज करने की मांग की है।
हाफिज सईद की पार्टी से पाकिस्तान की राजनीति को होगा खतरा
गृहमंत्री ने अपने लेटर में हाफिज सईद की पार्टी से पैदा होने वाले खतरों को आगाह करते हुए कहा कि इससे राजनीति में हिंसा और कट्टरपंथ देखने को मिल सकती है। सरकार ने कोर्ट से कहा कि हाफिज सईद की पार्टी प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा की शाखा है। सरकार ने कोर्ट को आगाह किया कि हाफिज सईद के सभी संस्थान या संगठन लश्कर, जमात और यहां तक कि फलाह-ए-इंसानियत पर यूएन बैन लगा चुका है, ऐसे में मिल्ली मुस्लिम लीग का समर्थन किसी भी हालात में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
भारत और अमेरिका ने जताया है कड़ा विरोध
2008 मुंबई हमलों का आतंकी हाफिज सईद पिछले माह नवंबर में 11 महीनों बाद नजरबंदी से रिहा हुआ था। हाफिज सईद ने नजरबंदी से बाहर आते ही कहा था कि वो अगले साल पाकिस्तान के आम चुनाव में भाग लेगा। भारत समेत अमेरिका हाफिज सईद की रिहाई और इसके राजनीतिक घुसपैठ को लेकर लगातार विरोध करता आया है।