'कश्मीर में आतंकियों का समर्थन कर आतंकवाद को बढ़ावा देता पाक'
वाशिंगटन। भले ही पाकिस्तान कितना भी यूनाइटेड नेशंस में कश्मीर का जिक्र क्यों न कर ले और यूएनएससी के सदस्यों से भारत के खिलाफ किसी कार्रवाई की मांग करता रहे, लेकिन हकीकत हमेशा उसके दावों से अलग ही रहती है। अमेरिका यूएनएससी का एक अहम सदस्य है और अब अमेरिका से आवाजें आने लगी हैं पाक कश्मीर में आतंकियों का समर्थन कर, आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
खतरनाक संगठन हिजबुल
अमेरिकी सांसदों ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के एक कश्मीरी आतंकवादी की हत्या की पाकिस्तान की ओर से निंदा करना सुबूत है कि वह किस तरह से आतंकियों का समर्थन कर रहा है।
फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के लॉन्ग वार जर्नल के सीनियर एडीटर बिल रोजियो ने कहा कि भारत की सेना ने इसी वीकएंड एक कश्मीरी आतंकी को मारा है जो हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य था। यह एक खूंखार आतंकवादी संगठन है। पाकिस्तान ने क्या इस आतंकवादी के मारे जाने की घटना का स्वागत किया? नहीं।
ऑनलाइन होती आतंकियों की भर्ती
रोजियो
ने
कांग्रेस
की
सुनवाई
के
दौरान
मंगलवार
को
कहा
कि
दरअसल,
उन्होंने
इसकी
निंदा
की
और
उसे
कश्मीरी
अलगाववादी
बताया।
यह
वह
व्यक्ति
था
जो
युद्ध
के
लिए
ऑनलाइन
भर्ती
करता
था
और
आतंकवादी
हमले
करने
के
लिए
युवाओं
में
जहर
घोल
रहा
था।
उन्होंने
एक
सवाल
के
जवाब
में
कहा
कि
आतंकीदी
समूहों
को
पाकिस्तान
के
समर्थन
संबंधी
सबूत
साफ
हैं।
अमेरिकी सेना पर हमले करते पाक आतंकी
रोजियो ने कहा कि यह केवल कश्मीर या पाकिस्तान का मामला नहीं है। पाकिस्तान सरकार से सहायता प्राप्त करने वाले कश्मीरी आतंकवादी संगठनों के आधार अफगानिस्तान में है।
उन्होंने कहा कि वह समूहों की लिस्ट बना सकते हैं। लश्कर-ए-तैएबा, हरकत उल मुजाहिदीन, जिनके बारे में विदेश मंत्रालय ने वर्ष 2014 में कहा था कि वे अफगानिस्तान में प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं।
रोजियो ने दावा किया कि ये समूह अमेरिकी जवानों पर हमला कर रहे हैं और उनकी हत्या कर रहे है। उन्होंने कहा कि इस लिस्ट में उन्होंने तालिबान, हक्कानी नेटवर्क या मुल्ला नजीर समूह जैसे संगठनों की बात तो की ही नहीं है। ये सिर्फ छोटे समूह हैं।