नेपाल: सुरखेत लाए गए कैलाश मानसरोवर यात्रा के 96 तीर्थयात्री
कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गए 96 भारतीय तीर्थयात्रियों को आज नेपाल के सुरखेत से सुरक्षित निकाल लिया गया है। भारी बारिश की वजह से करीब 1575 भारतीय तीर्थयात्री अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए हैं। इन तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने का काम भारतीय दूतावास की ओर से सक्रियता से जारी है।
काठमांडू। कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गए 96 भारतीय तीर्थयात्रियों को आज नेपाल के सुरखेत से सुरक्षित निकाल लिया गया है। भारी बारिश की वजह से करीब 1575 भारतीय तीर्थयात्री अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए हैं। इन तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने का काम भारतीय दूतावास की ओर से सक्रियता से जारी है। भारत सरकार की ओर से मंगलवार को जानकारी दी गई थी कि सभी तीर्थयात्री सुरक्षित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हालातों पर नजर रखे हुए हैं और लगातार विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं। पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाएं।
नेपाल की सरकार ने भेजे 11 हेलीकॉप्टर्स
काठमांडू में भारत के कार्यवाहक राजदूत बीके रेग्मी ने मंगलवार को बताया था कि हिल्सा में करीब 3,600 मीटर की ऊंचाई पर फंसे लोगों को बचाने का काम तेजी से जारी है। नेपाल की सरकार की ओर से 11 हेलीकॉप्टर्स भेजे गए हैं। साथ ही साथ प्राइवेट हेलीकॉप्टर्स की मदद भी बचाव कार्य के लिए ली जा रही है।भारत सरकार ने नेपाल की सरकार से अनुरोध किया था कि तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए आर्मी हेलीकॉप्टर मुहैया कराया जाए।मंगलवार को नेपाल के सिमिकोट में दो कमर्शियल फ्लाइट्स पहुंची हैं और यहां से 525 तीर्थयात्रियों को निकालने का काम जारी है। वहीं हिल्सा में फंसे सैकड़ों श्रद्धालुओं को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यहां आंध्र प्रदेश के एक श्रद्धालु की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हिल्सा में बारिश और खराब मौसम की चपेट में आए 104 कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रियों को सिमीकोट से हिल्सा लाया गया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ट्वीट कर जानकारी दी थी कि सिमिकोट में 525 तीर्थयात्री, 550 हिल्सा में तो 500 तीर्थयात्री तिब्बत की तरफ फंसे हुए हैं।