Coronavirus की वजह से 50 डॉक्टरों की मौत, बिना सुरक्षा इंतजाम कर रहे हैं ड्यूटी
रोम। यूरोप का खूबसूरत शहर इटली महामारी कोरोना वायरस के चलते पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। इस देश में कोविड-19 की वजह से 9,134 लोगों की मौत हो गई है और 66,414 लोग संक्रमित हैं। इस देश में अब यह महामारी इस कदर कहर मचा रही है कि 50 डॉक्टरों की जान भी चली गई है। सीएनएन की खबर के मुताबिक देश के डॉक्टर महामारी की वजह से पैदा जटिलताओं से जूझ रहे हैं।
यह भी पढ़ें-25% फेफड़े ही कर रहे थे काम फिर भी कोरोना को दी मात
बिना उपकरणों के ड्यूटी
इटैलियन एसोसिएशन ऑफ डॉक्टर्स के हवाले से सीएनएन ने कहा कि शुक्रवार तक इटली में 51 डॉक्टरों के टेस्ट पॉजिटिव आए हैं। संगठन के मुखिया फिलिपो एनेली ने बताया कि देश के डॉक्टरों को ज्यादा से ज्यादा पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट्स (पीपीई) की जरूरत है। उन्होंने इस तरफ ध्यान दिलाया कि डॉक्टरों की मौतों को बचाया जा सकता था। उन्होंने गुरुवार को फाइनेंशियल टाइम्स को इंटरव्यू दिया और कहा, 'जो चीज हमें सबसे पहले करने की जरूरत है वह है हेल्थकेयर वर्कर्स की सुरक्षा।'
बिना हथियार जंग लड़ रहे डॉक्टर
उन्होंने कहा कि यह बात सुनिश्चित करनी होगी कि वो वायरस के फैलने की वजह न बनें। हमारे डॉक्टरों को बिना हथियार के ही युद्ध में भेज दिया जाता है।। एनेली ने कहा कि मरे हुए लोग कभी शोर नहीं मचाते हैं। इसके बाद भी उन्होंने अपने दोस्तों और सहकर्मियों के नाम ब्लैक एंड व्हाइट में लिखकर कर रखे हैं। उनका कहना है कि ये लोग संकट के बीच एक आवाज बनकर उभरे हैं। इटली में शुक्रवार को एक ही दिन कोविड-19 की वजह से करीब 1000 लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिका में भी यही हाल
न सिर्फ इटली बल्कि दुनिया भर में जो डॉक्टर इस महामारी के मरीजों का इलाज कर रहे हैं, वो भी बीमार हो गए हैं। पर्याप्त पीपीई न होने की वजह से डॉक्टर भी संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। इटली के अलावा अमेरिका में भी डॉक्टर और हेल्थ केयर वर्कर्स ने तुरंत पीपीई की मांग की है। अमेरिका में कोरोना के 1,00,000 मरीज हैं और इतने मरीज होने वाला अमेरिका पहला देश बन गया है।
हो जाएगी डॉक्टरों की कमी
अस्पताल और दूसरे मेडिकल संस्थान पूरी तरह से फुल हैं। डॉक्टरों ने जरूरी चीजों की मांग को तुरंत पूरा करने के लिए कहा है। उनका कहना है कि इन चीजों की कमी ने हालात को और बिगाड़ दिया है। डॉक्टरों के स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ने के अलावा पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि इस त्रासदी की वजह से मेडिकल प्रोफेशनल्स की कमी भी हो सकती है। उनका कहना है कि जिन लोगों को इलाज की जरूरत है, उनकी देखभाल नहीं हो पाएगी। यह महामारी काफी तेजी से फैल रही है।