Microsoft ने 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, आर्थिक मंदी में छिनने वाली है लाखों लोगों की नौकरी
दुनियाभर में मंदी को लेकर जारी चिंताओं के बीच आईटी दिग्गज कंपनी Microsoft ने 1000 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। यह छंटनी कंपनी के अलग- अलग डिवीजन में की गई है। जुलाई के बाद से यह तीसरा मौका है कंपनी में छंटनी हुई है।
Microsoft ने मंदी की आशंका के बीच दुनिया भर में लगभग 1,000 कर्मचारियों की छंटनी की है। यह कदम बड़ी टेक कंपनियों द्वारा नौकरियों में कटौती का नवीनतम उदाहरण है। जुलाई के बाद से ये तीसरा मौका है जब माइक्रोसॉफ्ट ने इतनी बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला है। एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक 30 जून तक माइक्रोसॉफ्ट में लगभग 2,21,000 कर्मचारी थे। इस लिहाज से यह छंटनी 1% से भी कम है लेकिन वैश्विक मंदी के शुरुआती माहौल के बीच छंटनी ने चिंताएं जरूर बढ़ा दी हैं।
माइक्रोसॉफ्ट को छटनियों की जरूरत क्यों पड़ी?
माइक्रोसॉफ्ट ने एक बयान में कहा, सभी कंपनियों की तरह, हम नियमित आधार पर अपनी व्यावसायिक प्राथमिकताओं का मूल्यांकन करते हैं, और उसके अनुसार संरचनात्मक समायोजन करते हैं। हम अपने व्यवसाय में निवेश करना जारी रखेंगे और आने वाले वर्ष में प्रमुख विकास क्षेत्रों में काम करेंगे। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने इस साल की दूसरी तिमाही के दौरान 51.9 अरब डॉलर का राजस्व हासिल किया है, यह उनके 52.4 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद से कम है। दरअसल माइक्रोसॉफ्ट ने पहले COVID महामारी के दौरान माइक्रोसॉफ्ट सहित अन्य टेक कंपनियों ने खूब मुनाफा कमाया क्योंकि वर्क-फ्रॉम-मॉडल स्थापित होने के कारण तब कई उपभोक्ताओं और व्यवसायों ने इसके उत्पादों की ओर रुख किया था।
कर्मचारियों ने ट्विटर पर बयां किया दर्द
कोरोना काल यानी मार्च 2020 से दिसंबर 2021 तक माइक्रोसॉफ्ट के शेयर की कीमतों में 107 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। लेकिन एक आर्थिक मंदी की आहट और कोरोना दौर से उबरने के बाद अब अधिकांश जगह वर्क कल्चर पहले की तरह हो चुका है। इस बदलाव ने माइक्रोसॉफ्ट जैसी प्रमुख तकनीकी कंपनियों की स्थिति को बदतर बनाया है। मुद्रास्फीति और उत्पादों की मांग में कमी के बीच टेक कंपनी के शेयरों में पिछले एक साल में लगभग 30 प्रतिशत की गिरावट आई है। कई छंटनी किए गए कर्मचारियों ने ट्विटर सहित अन्य ऑनलाइन मंचों पर अपनी नौकरी जाने का दर्द बयां किया है।
आने वाले दिन और हो सकते हैं मुश्किल
माना जा रहा है कि आने वाले दिन और कठिन रह सकते हैं। हाल के महीनों में वैश्विक आर्थिक संकट और मंदी के डर से कई कंपनियों ने बड़े स्तर पर कर्मचारियों को छंटनी की है। क्रंचबेस द्वारा तैयार किए डाटा के मुताबिक अमेरिका में बड़ी टेक कंपनियों ने अब तक 32000 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है। मेटा, ट्विटर और स्नैपचैट सहित कई आईटी कंपनियों में छंटनी की गई है। इसके अलावा राइड-शेयरिंग कंपनी उबर और नेटफ्लिक्स जैसी कंपनियों में भी छंटनी हुई है।
अभी कई कंपनियों में हो सकती है छंटनी
हाल ही में खबर आई कि Intel Corp भी बड़े पैमाने पर लोगों की छंटनी की तैयारी में है। माना जा रहा है कि कंपनी हजारों की संख्या में कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। जानकारी के मुताबिक पर्सनल कम्प्यूटर सेगमेंट, पीसी प्रोसेसर्स की बिक्री में लगातार गिरावट से कंपनी के सामने संकट पैदा होता जा रहा है।
मंदी की आहट के बीच टेस्ला दे रही रोजगार
हालांकि, इस माहौल में भी टेस्ला नई भर्तियां कर रही है। एलन मस्क ने इससे पहले नौकरियों में कटौती की बात कही थी। हालांकि कुछ समय अपने बयान से पलटते हुए उन्होंने कहा था कि वे अगले 12 महीनों में नई भर्तियां करेंगे। इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला लगभग हर श्रेणी की की वैकेंसी निकाल रही है। टेस्ला ने इस सप्ताह अपनी करियर वेबसाइट पर 6,900 से अधिक नौकरियों की बहाली की है।
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