श्रीलंका : महिंदा राजपक्षे से 9 मई की हिंसा को लेकर CID ने की पूछताछ
डेली मिरर वेबसाइट' की रिपोर्ट के अनुसार, आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने बुधवार को महिंदा राजपक्षे का बयान दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि सीआईडी ने बुधवार शाम पूर्व प्रधानमंत्री का कोलंबो स्थित उनके आवास पर करीब तीन घंटे लं
कोलंबो, 26 मई : श्रीलंका की पुलिस ने महिंदा राजपक्षे के समर्थकों और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों के संबंध में पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से पूछताछ की और तीन घंटे लंबा उनका बयान दर्ज किया। स्थानीय मीडिया की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई।
9 मई की हिंसा को लेकर पूछताछ
श्रीलंका में 9 मई को भड़की इस हिंसा में कम से कम 10 लोग मारे गए थे और 200 से अधिक घायल हो गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थकों ने देश में चल रहे आर्थिक संकट के मद्देनजर महिंदा को पद से हटाने की मांग कर रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला किया था जिससे हिंसा भड़क गई थी।
जानें हिंसा क्यों भड़की थी
पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थकों ने देश में चल रहे आर्थिक संकट के मद्देनजर महिंदा को पद से हटाने की मांग कर रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला किया था, जिससे हिंसा भड़क गई।
महिंदा राजपक्षे का बयान दर्ज
'डेली मिरर वेबसाइट' की रिपोर्ट के अनुसार, आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने बुधवार को महिंदा राजपक्षे का बयान दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि सीआईडी ने बुधवार शाम पूर्व प्रधानमंत्री का कोलंबो स्थित उनके आवास पर करीब तीन घंटे लंबा बयान दर्ज किया।
वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला पीएम ने
बता
दें
कि,
श्रीलंका
के
प्रधानमंत्री
रानिल
विक्रमसिंघे
ने
बुधवार
को
वित्त
मंत्रालय
की
कमान
खुद
अपने
हाथों
में
ले
ली
है।
श्रीलंका
की
डूबती
अर्थव्यवस्था
को
पटरी
पर
लाने
के
लिए
प्रधानमंत्री
ने
बड़ा
कदम
उठाया
है।
बता
दें
कि,
श्रीलंका
इस
वक्त
सबसे
बड़े
आर्थिक
संकट
की
दौर
से
गुजर
रहा
है।
देश
में
महंगाई
ने
जनता
की
कमर
तोड़कर
रख
दी
है।
क्या श्रीलंका की डूबती नैया पार लग पाएगी?
श्रीलंका की डूबती नैया को पार लगाने के लिए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से लोगों की उम्मीदें काफी बढ़ गई है। अब देखने वाली बात होगी की पीएम पद के साथ-साथ रानिल विक्रमसिंघे वित्त मंत्रालय की कमान कैसे संभाल पाते हैं. क्या उनकी उपस्थिति में देश फिर से खुशहाल जिंदगी जीने लगेगा, क्या स्थिति और भी विकट हो जाएंगी, ये ,सारे ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब आने वाला वक्त ही तय करेगा।
ये भी पढ़ें : श्रीलंका के पीएम ने संभाली वित्त मंत्रालय की कमान, क्या अब सुधरेंगे हालात