ट्रंप से मलाला की रिक्वेस्ट, आतंकवाद के लिए सभी मुसलमानों को न दें दोष
बर्मिंघम। शांति के लिए नोबेल पुरस्कार जीतने वाली पाकिस्तान मूल की मलाला यूसुफजई ने अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप की निंदा की है।
मुसलमानों पर ट्रंप के दिए हुए बयान पर मलाला ने उनकी आलोचना की और साथ ही कहा कि आतंकवाद के लिए हर मुसलमान को दोष देना गलत है। मलाला ने यह बात पाकिस्तान के पेशावर स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए आतंकी हमले की पहली बरसी के दौरान कहीं।
मलाला के मुताबिक पिछले दिनों आई ट्रंप की टिप्पणी 'नफरत' से भरी है। मलाला का कहना है कि आतंकवाद के लिए सिर्फ मुसलमानों को दोष देने से हममुस्लिम युवाओं में कट्टरपंथ बढ़ावा देंगे। मंगलवार को बर्मिंघम में एक कार्यक्रम में मलाला ने समाचार एजेंसी एएफपी से यह बात कही।
मलाला ने कहा कि ऐसी टिप्पणियों को सुनना वास्तव में काफी दुखद है जो नफरत से और पूरी तरह से दूसरों के साथ भेदभाव की विचारधारा से भरी हुई हैं। कार्यक्रम पेशावर में आर्मी पब्लिक स्कूल पर तालिबान हमले के एक वर्ष पूरा होने पर आयोजित किया गया था।
पिछले वर्ष हुए इस हमले में 140 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश स्कूली बच्चे थे। गौरतलब है कि ट्रंप ने कैलिफोर्निया में हुई फायरिंग के बाद अमेरिका में मुसलमानों की एंट्री को बैन करने की बात कही थी।
तालिबान ने 2012 में लड़कियों के शिक्षा के अधिकार का झंडा उठाने वाली मलाला के सिर पर गोली मार दी थी। 18 वर्ष की मलाला ने इस तरह के मामलों पर मीडिया और नेताओं से सावधानी बरतने की अपील की।
मलाला के मुताबिक अगर आपका इरादा आतंकवाद को रोकना है तो पूरी मुस्लिम आबादी को इसके लिए दोष देने की कोशिश न करें।
मलाला ने पूरी दुनिया में गुणवत्ता वाली शिक्षा दिए जाने की वकालत की और कहा कि आतंकवाद और नफरत की मानसिकता को हराने के लिए ये जरूरी है। मलाला मानती हैं कि ऐसी मानसिकता के कारण ही पेशावर जैसे हमले होते हैं।