पारदर्शी दांतों की वजह से कहते थे 'शार्क टूथ', 5 साल बाद पता चली बीमारी, ऑपरेशन से बदल गई जिंदगी
वॉशिंगटन, 09 सितंबर। विज्ञान और मेडिकल के क्षेत्र में वैज्ञानिकों ने काफी तरक्की की है। शरीर के तकरीबन हर अंग की खामी को सही करने का माद्दा मेडिकल साइंस रखता है। एक महिला जिसके दांत में दिक्कत थी और अपने इन खराब दांतों की वजह से महिला मुस्कुराने से बचती थी, उसका डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक डेंटल ट्रांसफॉर्मेशन किया है। डॉक्टरों के इस ट्रांसफॉर्मेशन की वजह से अब महिला खूबसूरत मुस्कान से हर किसी का दिल जीत रही है।
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इस बीमारी से थीं ग्रसित
अमेरिका के ओक्लाहोमा की रहने वाली मिहाली ओलिविया ग्रेस स्लेगल को दातों की समस्या थी, जब वह बड़ी हुईं तो उनके दांत और भी खराब हो गए, जिसकी वजह से वह लोगों के बीच मुस्कुराने से बचती थीं। उनके दांत तकरीब पूरी तरह से पारदर्शी थे। उनके दांतों की यह स्थिति ब्रिटल बोन डिजीज की वजह से थी, जिसकी वजह से उनके दांत बिल्कुल कमजोर हो गए।
शार्क टूथ कहकर चिढ़ाते थे
मिरर की रिपोर्ट के अनुसार ओलिविया कहती हैं कि कुछ समय से मेरे दांत बिल्कुल कमजोर और खराब होने लगे, मेरे दांत बिल्कुल ऐसे हो गए कि आर-पार देखा जा सकता था। इसकी वजह से लोग उन्हें काफी चिढ़ाते थे। लोगों ने उनका नाम शार्क टूथ तक रख दिया। ओलिविया कहती हैं कि लोग मुझे शार्क टूथ कहकर बुलाते थे। लोग मेरे चेहरे को लेकर भद्दी-भद्दी टिप्पणियां करते थे, लोग मेरे दांतों से खेलने की कोशिश करते थे, लेकिन जब मैं बड़ी हुई तो मेरे दांत और भी भद्दे लगने लगे।
लोग मजाक उड़ाते थे
ओलिविया कहती हैं कि मेरे दांतों की वजह से मेरी रोजमर्रा की जिंदगी बुरी तरह से प्रभावित हो गई थी। मैंने मुस्कुराना बंद कर दिया था, हंसती नहीं थी, यहां तक कि मुझे खाना खाने में दर्द तक होता था। जब ओलिविया 13 साल की थीं तो वह पहली बार डॉक्टर के पास गईं। लेकिन उनकी दांतों की दिक्कत को समझने में डॉक्टरों को 5 साल का समय लग गया।
कई ऑपरेशन हुए
डॉक्टरों का कहना था कि जिस तरह से मेरे दांतों की दिक्कत बढ़ रही थी उन्हें इस बात का डर था कि कहीं मेरा जबड़ा टूट ना जाए। मेरे दांतों में 117 टूटी हड्डियां थीं, 36 ऑपरेशन हुए, कई प्लेसमेंट हुए। मेरा स्क्रू रिप्लेसमेंट भी हुआ। मेरे घुटने, टखने का भी ऑपरेशन हुआ। कई बार मेरी हड्डियों की ग्राफ्टिंग हुई। ओलिविया ने कहा कि मेरे लिए यह डरावना समय था, लेकिन मैं खुश हूं कि मुझे इतने बेहतरी डॉक्टरों की टीम मिली, एस्पन डेंटल की टीम ने मेरी स्थिति को बेहतर किया और अब मैं मुस्कुरा भी सकती हूं।
लाखों खर्च हुए ऑपरेशन में
ओलिविया के ऑपेरशन में कुल 12000 डॉलर का खर्च आया, भारतीय रुपए में यह तकरीबन 8 लाख रुपए होते हैं। ओलिविया ने बताया कि इस ऑपरेशन के बाद मेरे जीवम में बड़ा बदलाव आया। अब जब मैं हंसता हूं तो लोग मुझपर हंसते नहीं हैं। लोग मुझसे यह भी नहीं पूछते हैं कि दांत में क्या हुआ था। नए दातों ने मुझे काफी सुकून दिया है। मैं अब वो भी खा सकती हूं, जो पहले नहीं खा पाती थीं। अब मैं अपनी खूबसूरत मुस्कान को महसूस कर सकती हूं।