Russia- Ukraine Crisis: यूक्रेन युद्ध में हताश हो रही है रूसी सेना, अपने ही घातक हेलीकॉप्टर को उड़ाया
कीव, 27 जुलाईः यूक्रेन और रूस के बीच जंग छठे महीने में प्रवेश कर गया है। इतने समय तक युद्ध जारी रहने के बाद भी अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह खत्म कब होगा। दोनों ही देशों को इस युद्ध में नुकसान का सामना करना पड़ा है। इस बीच खबर आ रही है कि रूसी सेना ने गलती से सबसे शक्तिशाली हेलीकॉप्टर को मार गिराया है।
यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने खुलासा किया है कि KA-52 'एलीगेटर' हेलीकॉप्टर, जिसकी अनुमानित कीमत 12 मिलियन पाउंड है, को खेरसॉन में मार गिराया गया था। अगर रुपये में इसकी गणना करें तो इस एलीगेटर हेलीकॉप्टर की कीमत 1 अरब से भी अधिक है। जनरल स्टाफ के मुताबिक रूस के तीन हेलीकॉप्टर कब्जे वाले क्षेत्र में उड़ान भर रहे थे इस दौरान वहां से नीते तैनात रूसी सैनिकों पर गोलीबारी शुरू हो गई। इसके बाद नीचे मौजूद रूसी सैनिकों ने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी जिसमें एक KA-52 'एलीगेटर' हेलीकॉप्टर ध्वस्त होकर नीचे गिर गया।
सबसे घातक हेलीकॉप्टर है केए-52
KA-52 'एलीगेटर' हेलीकॉप्टर को दुनिया का सबसे खतरनाक अटैक हेलीकॉप्टर का दर्जा हासिल है। यह अमेरिका के ताकतवर हेलीकॉप्टर अपाचे से भी अधिक घातक बताया जाता है। अपाचे की तुलना में इसकी मिसाइल्स की रेंज काफी अधिक होती है। इसमें अत्याधुनिक राडार औऱ निशाना साधने वाला सिस्टम लगा हुआ है। एलीगेटर की फ्लाइट रेंज 520 किलोमीटर और अधिकतम रफ्तार 310 किलोमीटर प्रतिघंटा है। भविष्य की पीढ़ी वाले इस हेलीकॉप्टर को हर मौसम में काम करने के अनुकूल बनाया गया है।
तस्वीर- पीटीआई (प्रतीकात्मक)
रूसी
सेना
ने
गिराया
था
खुद
का
जेट
इससे
पहले
पिछले
हफ्ते
ही,
रूस
ने
यूक्रेन
में
अपने
ही
35
मिलियन
पाउंड
के
Su-34M
फाइटर
जेट
को
मार
गिराया
था।
यूक्रेनी
मीडिया
के
मुताबिक
रूस
के
Su-34M
फाइटर
जेट
यूक्रेन
के
लुहांस्क
क्षेत्र
के
ऊपर
से
गुजर
रहा
था,
जब
ये
हादसा
हुआ।
हालांकि
अब
तक
ये
पता
नहीं
चल
पाया
है
कि
Su-34M
फाइटर
जेट
को
कैसे
नुकसान
पहुंचाया
गया
लेकिन
ऐसा
अनुमान
लगाया
जा
रहा
है
कि
वह
एक
एस-400
मिसाइल
थी।
रूसी
सैनिक
अमेरिका
द्वारा
आपूर्ति
किए
गए
HIMARS
रॉकेट
लॉन्चरों
को
निशाना
बनाने
की
कोशिश
कर
रहे
थे,
लेकिन
इसके
बजाय
उन्होंने
लुहान्स्क
में
एल्चेवस्क
के
ऊपर
आसमान
से
गिरने
वाले
बमवर्षक
को
गोली
मार
दी।
इसके
बाद
अगले
दिन
जमीन
पर
मलबे
का
वीडियो
सामने
आया
और
उसमें
विमान
के
नीचे
'रूसी
एयरोस्पेस
फोर्सेज'
लिखा
हुआ
था
जिससे
पता
चला
कि
ये
रूसी
विमान
है।