'Ocean Cleanup' का 'जेनी' महासागरों को बनाएगा प्लास्टिक मुक्त, 2040 तक 90% प्लास्टिक हटाने का लक्ष्य
'Ocean Cleanup'नामक संस्था ने महासागरों को प्लास्टिक मुक्त करने की दिशा में अपने कदम बढ़ा दिए हैं। संस्था का लक्ष्य 2040 तक महासागरों को 90% प्लास्टिक मुक्त बनाना है।
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर। आज प्लास्टिक हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है, लेकिन यही प्लास्टिक पर्यावरण प्रदूषण की बड़ी वजह के रूप में सामने आया है। हजारों लाखों टन प्लास्टिक हर वर्ष नदियों और महासागरों में मिलकर जलीय जीवों और पर्यावरण को हानि पहुंचा रहा है, लेकिन अब एक संस्था महासागरों को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए आगे आई है। लगभग 1 दशक पहले यानी 18 साल के बोयन स्लैट ने घोषणा की थी कि उनके पास दुनिया के महासागरों को प्लास्टिक मुक्त बनाने का एक प्लान है। अब स्लैट की उम्र 27 साल हो गई है और अब वह अपने काम यानी दुनियाभर के महासागरों को प्लास्टिक मुक्त बनाने में जी-जान से लग गए हैं। इसके लिए उन्होंने 'Ocean Cleanup' नाम से एक गैरलाभकारी संस्था बनाई है, और उनका लक्ष्य 2040 तक दुनिया के महासागरों से 90% तैरती हुई प्लास्टिक को हटाना है।
जेनी करेगा महासागरों को प्लास्टिक मुक्त
हालांकि पहली बार सुनने में इस लक्ष्य को पाना नामुमकिन सा लगता है, लेकिन 'Ocean Cleanup' अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी जी-जान से जुट गया है। 'Ocean Cleanup' ने महासागरों से प्लास्टिक को पकड़ने वाला पहला उपकरण साल 2018 में लांच किया था, लेकिन यह प्रोटोटाइप पानी में टूट गया। इसके बाद संस्था ने साल 2019 में दूसरा उपकरण तैयार किया जो प्लास्टिक को बेहतर तरीके से महासागरों से हटा रहा था, लेकिन जल्द ही संस्था ने अनुमान लगा लिया कि महासागरों को साफ करने के लिए उसे ऐसे सैकड़ों उपकरणों की जरूरत पड़ेगी। लेकिन समय के साथ संगठन ने एक और बेहतरीन उपकरण बनाया, जिसे उसने 'जेनी' नाम दिया। इस उपकरण को महासागर में छोड़ दिया जाता है और इसमें लगा विशाल जाल पानी पर तैरती प्लास्टिक को अपने अंदर समा लेता है। जेनी को दो जहाजों की मदद से खींचा जाता है तो बेहद धीमी रफ्तार से आगे बढ़ते हैं। पिछले हफ्ते जेनी अपने अंतिम टेस्ट में भी पास हो गया। 'Ocean Cleanup' के अनुसार जेनी एक बार में 9 हजार किलोग्राम कचरे को बाहर निकालने में सक्षम है। स्लैट ने कहा कि महासागरों को कचरा मुक्त बनाने के लिए उन्हें ऐसे और उपकरणों की जरूरत है।
लेकिन महासागरों की सतह पर जमा कचरा कैसे होगा साफ
यहां आपको एक बात बता दें कि 'Ocean Cleanup' का जेनी उपकरण केवल तैरते हुए प्लास्टिक को पकड़ने में सक्षम है जबकि इससे 30 गुना प्लास्टिक महासागरों की सतह में जमा है। वहीं, जेनी को जो जहाज खींचते हैं वह ईंधन से चलते हैं, जिससे पर्यावरण को हानि होगी। पहले इस उपकरण को समुद्र के प्रवाह का इस्तेमाल कर प्लास्टिक को निष्क्रिय करने के लिए डिजाइन किया गया था, लेकिन यह उतना सफल नहीं हो सका।
हर साल महासागरों में जाता है 11 मिलियन मीट्रिक टन प्लास्टिक
जेनी प्लास्टिक को महासागरों में जाने से तो नहीं रोक सकता। इसे तो इंसानों को खुद ही रोकना होगा। शोधकर्ताओं ने अनुमान के अनुसार महासागरों में प्रतिवर्ष 11 मिलियन मीट्रिक टन प्लास्टिक जाता है और साल 2040 तक यह बढ़कर प्रतिवर्ष 29 मिलियन मीट्रिक टन हो सकता है। जबकि जेनी प्रतिवर्ष केवल 15 हजार से 20 हजार मीट्रिक टन प्लास्टिक इकट्ठा करने में सक्षम है।
October 8th, 2021: the final test extraction of System 002, and the moment we knew that cleaning the Great Pacific Garbage Patch is possible. pic.twitter.com/79e1SiNz4h
— The Ocean Cleanup (@TheOceanCleanup) October 11, 2021
photo credit: theoceancleanup.com